Singapore भारत में भारी मात्रा में निवेश करने की योजना बना रहा है- Goyal
Delhi दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को कहा कि सिंगापुर ने पहले ही भारत में करीब 150 अरब डॉलर (करीब 12 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया है और यह द्वीपीय देश आने वाले वर्षों में शायद इससे पांच गुना अधिक निवेश करने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत और चार देशों के यूरोपीय ब्लॉक ईएफटीए ने एक मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके तहत नई दिल्ली को अगले 15 वर्षों में 100 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता मिली है। गोयल ने यहां राज्य उद्योग मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ये निवेश राज्यों में आएंगे और उन्हें इसका लाभ उठाना होगा।
उन्होंने कहा, "आज दुनिया भारत में निवेश करना चाहती है। हर कोई भारत आना चाहता है। सिंगापुर ने पहले ही भारत में करीब 150 अरब डॉलर (करीब 12 लाख करोड़ रुपये) का निवेश किया है। वे आने वाले वर्षों में शायद इससे पांच गुना अधिक निवेश करने के लिए तैयार हैं।" उन्होंने कहा कि राज्यों को मानसिकता बदलनी चाहिए, अनुपालन बोझ कम करना चाहिए और कानूनों को अपराधमुक्त करना चाहिए तथा इन निवेशों को आकर्षित करने के लिए वास्तविक लाल कालीन बिछाना चाहिए। गोयल ने कहा, "सभी निवेशक भारत की ओर देख रहे हैं...केंद्र आपकी सहायता के लिए मौजूद है। हम राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करते...हम 12 औद्योगिक टाउनशिप स्थापित कर रहे हैं।"
सिंगापुर सरकार ने गुरुवार को कहा कि सिंगापुर और भारत ने सेमीकंडक्टर इकोसिस्टम के क्षेत्र में साझेदारी और सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। सिंगापुर की यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन (एमओयू) का आदान-प्रदान किया गया। अप्रैल 2000-जून 2024 के दौरान भारत को 163.85 बिलियन डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्राप्त हुआ। यह इस अवधि के दौरान भारत को प्राप्त एफडीआई का 23.57 प्रतिशत है।