सिग्नल ने खोल दी फेसबुक की पोल, ऐसे करती है कंपनी यूजर्स का डाटा चोरी
साल की शुरुआत में आए वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर आपको अंदाजा ही होगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| साल की शुरुआत में आए वॉट्सऐप की प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर आपको अंदाजा ही होगा. इसके बाद यूजर्स के बीच फेसबुक और वॉट्सऐप को लेकर काफी ज्यादा गुस्सा बढ़ गया था. इस बीच सिग्नल और टेलीग्राम ने एंट्री की और अपने यूजर बेस को बढ़ाया. लेकिन इसके बाद वॉट्सऐप और फेसबुक ने इन दोनों प्लेटफॉर्म्स को दबाने के लिए अपनी तरफ से कई बयान भी दिए. फिलहाल इन सभी में यूजर्स को लेकर लगातार जंग देखने को मिल रही है. ऐसे में सिग्नल ने फेसबुक की पोल खोल दी है.
सिग्नल ने यहां इंस्टाग्राम विज्ञापनों की एक सीरीज पोस्ट की है जिसमें ये बताया है कि, कैसे फेसबुक यूजर्स का डाटा इक्ट्ठा कर उन्हें उसी के आधार पर विज्ञापन दिखाता है. सिग्नल ने यहां यूजर्स को फेसबुक की पोल खोलते हुए बताया है कि, आपके डाटा और टेक्नोलॉजी डिवाइस का इस्तेमाल कर ये प्लेटफॉर्म आपको विज्ञापन दिखाता है. यानी की इसके पास हर यूजर की वो जानकारी है जिसको लेकर इसे पता है कि, कौन क्या पसंद करता है.
बता दें कि, इस खुलासे के बाद ये बात फेसबुक को बिल्कुल पसंद नहीं आई और उसने सिग्नल को अपने प्लेटफॉर्म से ब्लॉक कर दिया. सिग्नल ने इसके बाद एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि, फेसबुक ने उन विज्ञापनों को खारिज कर दिया जिन्हें हमने खरीदने की कोशिश की थी. हमने एक मल्टी वेरिएंट टारगेटेड एड बनाया है जिसे आपके लिए व्यक्ति डाटा को दिखाने के लिए डिजाइन किया गया है. सिग्नल ने आगे कहा कि, फेसबुक इन्हीं डेटा को इक्ट्ठा करता है.
सिग्नल ने आगे कहा कि, फेसबुक को इस मामले में लोगों को जानकारी देनी चाहिए क्योंकि ये सबकुछ प्राइवेसी का मामला है और फेसबुक ने ऐसा कुछ नहीं किया. ऐसे में ये साफ होता है कि फेसबुक अपने यूजर्स से काफी कुछ छुपा रहा है.
बता दें कि इससे पहले भी फेसबुक अधिकृत वॉट्सऐप पर ये आरोप लग चुका है कि उसकी नई प्राइवेसी पॉलिसी इसलिए आई थी ताकि वो यूजर्स के डाटा को अपने पास रख सके. लेकिन बाद में यूजर्स के जरिए बवाल के बाद कंपनी ने तारीख को आगे बढ़ा दिया और अंत में ये तक कह दिया कि, कंपनी यूजर्स को डेटा को अपने पास नहीं रखती है और मैसेज एंड टू एंड एनक्रिप्टेड होते हैं.