कोरोना के डेल्टा और ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते केस के बीच स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपनी एक खास स्कीम को वापस ले ली है. यह स्कीम एसबीआई के कर्मचारियों के लिए शुरू की गई थी. इस स्कीम का नाम स्पेशल सपोर्ट स्कीम (Special Support Scheme) है जो स्टेट बैंक के कर्मचारियों के लिए शुरू की गई थी. यह स्कीम कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) कर्मचारियों को आर्थिक मदद देने के लिए शुरू की गई थी.
स्पेशल सपोर्ट स्कीम के तहत स्टेट बैंक अपने कोविड पॉजिटिव कर्मचारियों को 20000 रुपये की आर्थिक मदद दे रहा था. अभी हाल में इस स्कीम की मियाद को 31 मार्च 2022 तक बढ़ाया गया था. लेकिन 'इकोनॉमिक टाइम्स' की एक रिपोर्ट की मानें तो स्टेट बैंक ने डेडलाइन से पहले ही स्पेशल सपोर्ट स्कीम को बंद कर दिया है. स्टेट बैंक के इस कदम से पता चलता है कि बैंक को इस बात का पूरा भरोसा है कि प्रशासन कोरोना की तीसरी लहर को काबू में करने में सफल रहेगा और दूसरी लहर की तरह इसके खतरनाक अंजाम शायद नहीं होंगे. स्टेट बैंक ने कहा है कि अपने हर कर्मचारी को जो कोरोना पॉजिटिव होते थे, उन्हें 20000 रुपये की आर्थिक सहायता वाली स्कीम को 1 जनवरी से रोक दिया है. यह स्पेशल सपोर्ट स्कीम बैंक की मौजूदा मेडिकल स्पेशल के साथ ही दी जाती थी. इस स्कीम की डेडलाइन 31 मार्च 2022 थी, लेकिन 3 महीने पहले ही इसे रोक दिया गया है. पिछले साल अक्टूबर महीने में स्टेट बैंक ने इस स्पेशल स्कीम की मियाद को बढ़ाकर 31 मार्च 2022 किया था. स्टेट बैंक के इस फैसले से कर्मचारियों खासकर फ्रंटलाइन वर्कर्स में नाखुशी देखी जा रही है.
एक फ्रंटलाइन वर्कर ने कहा, कोरोना के केस बढ़ रहे हैं. तीसरी लहर में स्टेट बैंक के कई कर्मचारी संक्रमित हुए हैं. स्पेशल स्कीम वापस लेने का फैसला फ्रंटलाइन बैंक कर्मचारियों को पसंद नहीं आया है. 13 जनवरी को बैंक ने अंतरिम बयान में कहा कि स्पेशल सपोर्ट स्कीम 2020 को बंद किया जा रहा है. दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में कोरोना के केस में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है. स्थानीय प्रशासन को लगता है कि जनवरी के तीसरे या चौथे हफ्ते में पॉजिटिव केस का पीक देखा जा सकता है. दूसरी ओर, स्टेट बैंक का मानना है कि दूसरी लहर की तरह तीसरी लहर का खतरा नहीं दिखेगा क्योंकि अधिकांश कर्मचारी कोविड की वैक्सीन ले चुके हैं. बैंक का यह भी मानना है कि पिछली बार की तरह इलाज में इस बार दिक्कत नहीं होगी क्योंकि अस्पतालों में कोविड स्पेशल बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर्याप्त है. अपने कर्मचारियों को बेहतर इलाज देने के लिए स्टेट बैंक ने कुछ अस्पतालों के साथ टाइअप किया है. क्वारंटीन के लिए होटल के साथ करार है, स्टाफ के लिए स्पेशल छुट्टी का प्रावधान किया गया है और रिकवरी के लिए भी विशेष बंदोबस्त किए गए हैं.