मुंबई: भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार के कारोबारी दिन बड़ी गिरावट दर्ज करते हुए बंद हुआ। फार्मा और एफएमसीजी को छोड़कर सारे सेक्टर में भारी बिकवाली रही। दोपहर के कारोबार में सेंसेक्स 800 से ज्यादा अंक गिर गया। हालांकि, कारोबार के अंत तक बाजार कुछ संभला और 662 अंक की गिरावट पर आकर सिमट गया।
बीएसई का सेंसेक्स कारोबार के अंत में 662.87 अंक या 0.83 प्रतिशत गिरने के बाद 79,402.29 पर बंद हुआ। वहीं, एनएसई का निफ्टी 218.60 अंक या 0.9 प्रतिशत गिरने के बाद 24,180.80 पर आ गया। निफ्टी बैंक 743.70 अंक या 1.44 प्रतिशत गिरने के बाद 50,787.45 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,071.80 अंक या 1.90 प्रतिशत गिरने के बाद 55,277.95 पर बंद हुआ।
निफ्टी स्मॉल कैप 100 इंडेक्स 401.25 अंक या 2.20 प्रतिशत गिरने के बाद 17,847.90 पर बंद हुआ। सेंसेक्स पैक में इंडसइंड बैंक, एम एंड एम, एल एंड टी, एनटीपीसी, मारुति, बजाज फाइनेंस और टाटा मोटर्स टॉप लूजर्स रहे। वहीं, आईटीसी, एक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, सन फार्मा, आईसीआई बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक टॉप गेनर्स रहे।
निफ्टी पैक में इंडसइंड बैंक, बीपीसीएल, श्रीराम फाइनेंस, कोल इंडिया, एम एंड एम और एलएंडटी टॉप लूजर्स रहे। इसके अलावा, आईटीसी, एक्सिस बैंक, बीईएल, ब्रिटानिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड टॉप गेनर्स की लिस्ट में रहे। बाजार का रुझान नकारात्मक रहा।
बीएसई पर 3,092 शेयर्स लाल निशान और 850 हरे निशान में बंद हुए। करीब 79 शेयर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं हुआ। बाजार के जानकारों के अनुसार, एफआईआई ने आक्रामक तरीके से बिकवाली जारी रखी है, अकेले अक्टूबर में 97,000 करोड़ रुपये की बिकवाली की है। उन्होंने कहा, यह चल रहा बिकवाली दबाव, आय में गिरावट के साथ मिलकर बाजार के मूल्यांकन को कम कर रहा है। निवेशकों के लिए, यह धीरे-धीरे उच्च-विश्वास वाले शेयरों को जमा करने का अवसर प्रदान कर सकता है क्योंकि बाजार इस सुधार चरण से गुजर रहा है।