नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज की अगुवाई में बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 65,000 के स्तर पर पहुंच गया। भारी एफआईआई खरीदारी के कारण भारतीय बाजार नई ऊंचाईयों को छू रहा है। सेंसेक्स में रिलायंस के शेयर सबसे ज्यादा 2.32 फीसदी बढ़े। फाइनेंशियल स्टॉक में एचडीएफसी और एसबीआई प्रमुख लाभ में रहे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा कि वैश्विक शेयर बाजारों में चल रही रैली मुख्य रूप से अमेरिकी अर्थव्यवस्था की आश्चर्यजनक और अप्रत्याशित ताकत से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजारों ने 2023 के मध्य तक अमेरिका में मंदी की चेतावनी दी थी, जो गलत साबित हुई। उन्होंने कहा कि अमेरिका और भारत में रैली के बीच अंतर का एक महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि अमेरिकी रैली का नेतृत्व मुख्य रूप से आठ टेक स्टॉक कर रहे हैं जबकि भारतीय रैली अधिक व्यापक है। निरंतर एफपीआई प्रवाह (जून में 47,148 करोड़ रुपये) भारत में रैली का मुख्य चालक है।
एफपीआई प्रवाह में हालिया उछाल एफपीआई की हालिया 'चीन में बेचो, भारत में खरीदो' रणनीति के कारण हुआ है। यह अमेरिका और विकसित दुनिया में चीन विरोधी रवैये/नीति से काफी प्रभावित है। उन्होंने कहा, चूंकि बाजार की गति की ताकत ऊंची है, इसलिए तेजी जारी रह सकती है लेकिन मूल्यांकन बढ़ रहा है।