देखिये कौन बने Tata Motors के नए CEO, BharatBenz को कामयाब बनाने में था इनका बड़ा योगदान

टाटा मोटर्स ने शुक्रवार को कहा कि उसने मार्क लिस्टोसेला को कंपनी का मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है.

Update: 2021-02-13 08:09 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेसक | टाटा मोटर्स ने शुक्रवार को कहा कि उसने मार्क लिस्टोसेला को कंपनी का मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक नियुक्त किया है. वह पूर्व में फुसो ट्रक एंड बस कॉरपोरेशन तथा डैमलर ट्रक के एशिया में प्रमुख रहे हैं. टाटा मोटर्स ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि लिस्टोसेला की नियुक्ति एक जुलाई, 2021 से प्रभाव में आएगी. वह गुएंटेर बुश्चेक का स्थान लेंगे, जिन्होंने अनुबंध के अंत में जर्मनी स्थानांतरित करने की इच्छा जतायी है.

टाटा मोटर्स के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा, "टाटा मोटर्स में मार्क लिस्टोसेला का स्वागत करते हुए मुझे खुशी हो रही है. मार्क एक अनुभवी ऑटोमोटिव बिजनेस लीडर हैं, जो अपने शानदार करियर में कमर्शियल वाहनों में गहन ज्ञान और स्पेशिलयलिटी रखते हैं." उन्होंने कहा कि मार्क का ये अनुभव टाटा मोटर्स के भारतीय कारोबार को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए काम आएगा.

अपनी नियुक्ति पर टिप्पणी करते हुए लिस्टोसेला ने कहा, "इतने सालों तक भारत में रहने के बाद, अब एक नया रोमांचक अध्याय खुला है. हम संयुक्त रूप से टाटा मोटर्स की क्षमता को जागृत करेंगे". ऑटो प्रमुख ने कहा कि गुएंटेर बुश्चेक ने व्यक्तिगत कारणों से अनुबंध के अंत में जर्मनी में स्थानांतरित होने की अपनी इच्छा को सूचित किया था. उन्होंने कहा कि टाटा मोटर्स के गुएंटेर बुश्चेक ने 30 जून, 2021 तक सीईओ और एमडी के पद पर रहना स्वीकार किया है.

कौन हैं मार्क लिस्टोसेला
लिस्टोसेला इस समय स्वीडिश ट्रांसपोर्ट कंपनी Einride के बोर्ड में हैं और इससे पहले वो डेमलर ट्रक्स के साथ लंबे समय तक जुड़े रहे थे. वह 2015-2018 के दौरान मित्सुबिशी फुसो ट्रक एंड बस कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष और सीईओ थे, जहां उन्होंने व्यवसाय के प्रॉफिट और बिक्री क्षमता में सुधार पर काम किया. 2008-2014 में, वह डेमलर कमर्शियल व्हीकल इंडिया के प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में भारत से बाहर थे, जहां उन्होंने ट्रकों के विकास, उत्पादन और बिक्री के लिए एक ग्रीनफील्ड संगठन और बिजनेस यूनिट का निर्माण किया और 2012 में BharatBenz को लॉन्च किया और इसे सफल बनाया.
बता दें 2016-17 में, टाटा मोटर्स का स्टैंडअलोन सकल राजस्व 49,100 करोड़ रुपये था, जो पिछले वित्त वर्ष से 3.6 प्रतिशत था. 2017 में, टाटा मोटर्स ने अपने घरेलू व्यवसाय के लिए अपनी योजना की घोषणा की, जो कि कमर्शियल वाहनों के बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए थी. इसके बाद, 2017-18 में, कंपनी अपनी बिक्री में काफी सुधार करने में सक्षम थी. अपने टर्नअराउंड 2.0 में, टाटा मोटर्स ने यात्री वाहनों के कारोबार पर ध्यान केंद्रित किया है. वर्तमान में, कंपनी पर्सनल व्हीकल यूनिट को एक अलग मकाम में पहुंचाने के लिए पार्टनर की तलाश में है.


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