मुंबई | इनिशियल पब्लिक आफरिंग यानी आईपीओ (IPO) में पैसे लगाने वालों के लिए एक अच्छी खबर है। 19 साल बाद एक बार फिर टाटा की कंपनी का आईपीओ मार्केट में निवेश के लिए लॉन्च होगा। यह कंपनी टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies IPO) का है। टाटा टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को मार्केट रेगुलेटरी सेबी (SEBI) की तरफ से मंजूरी मिल गई है।
टाटा टेक ने मार्च में सेबी के पास आईपीओ डॉक्यूमेंट्स जमा कराए थे। यह इश्यू पूरी तरह से बिक्री की पेशकश (OFS) है, जिसके तहत बेचने वाले शेयरधारक 9.57 करोड़ यूनिट तक की बिक्री करेंगे, जो इसकी भुगतान की गई शेयर पूंजी का 23.60% है। यह टाटा मोटर्स की सब्सिडियरी कंपनी है। टाटा मोटर्स के पास इस कंपनी में 74.69% हिस्सेदारी है। इस बीच, टाटा टेक्नोलॉजीज में अल्फा टीसी होल्डिंग्स पीटीई की 7.26% हिस्सेदारी और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड की 3.63% हिस्सेदारी है।
जेएम फाइनेंशियल लिमिटेड, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया और बोफा सिक्योरिटीज इंडिया इस इश्यू के बुक रनिंग लीड मैनेजर हैं।आईपीओ के तहत टाटा मोटर्स अपनी सहायक कंपनी के 81,133,706 शेयर बेचने का इरादा रखती है। कंपनी के दो अन्य शेयरधारक – अल्फा टीसी होल्डिंग्स और टाटा कैपिटल ग्रोथ फंड -भी ऑफर में शेयर बेच रहे हैं।
आपको बता दें कि बाजार में दस्तक देने वाले इस आईपीओ की बेसब्री से इंतजार है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह 19 सालों के बाद टाटा समूह का पहला आईपीओ है। टाटा ग्रुप का आखिरी आईपीओ जुलाई 2004 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का था। तब से, यह स्टॉक दलाल स्ट्रीट पर सबसे बड़े फंड बनाने वालों में से एक रहा है और अब टाटा ग्रुप का मार्केट कैप लगभग 11.7 लाख करोड़ रुपये हो गया है।