SBI अलर्ट! आज इतने बजे काम नहीं करेंगी बैंक की ये सर्विस, जानिए क्यों
उन्हें भी हर दस साल में एक बार केवाईसी अपडेट करना पड़ता है.
पिछले एक साल डिजिटल पेमेंट्स का चलन खूब तेजी से बढ़ा है. खासकर कोरोना काल में पैसों का लेनदेन शहर से लेकर गांवों तक अब ऑनलाइन हो रहा है. पहले जहां यूपीआई पेमेंट (UPI Payment) बड़े दुकानों तक सीमित था, अब छोटे दुकानों यहां तक कि टी स्टॉल और पानीपुरी वाले तक इसकी पहुंच हो गई है. लगभग हर बैंक के उपभोक्ता यूपीआई पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में सर्विस बंद होने से टेंशन बढ़ जाती है. सरकारी बैंक SBI ने मेंटेनेंस की वजह से अपनी सर्विस को बंद रखने का ऐलान किया है.
क्या है मामला
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को अलर्ट जारी किया है. बैंक का कहना है कि कस्टमर एक्सपीरिएंस को बेहतर बनाने के लिए 7 मई की रात 12:15 बजे और 8 मई सुबह 1:45 बजे बैंक अपने मेंटीनेंस का काम होगा. बैंक ने कहा है कि इस दौरान एसबीआई कस्टमर्स INB/YONO/YONO Lite/UPI सर्विसेज का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे.
SBI ने हाल में अपने ग्राहकों को दी बड़ी राहत
देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को राहत भी दी है. कोरोना महामारी की दूसरी लहर के चलते कई राज्यों में स्थानीय स्तर पर लॉकडाउन लागू किया जा रहा है. ऐसे में ग्राहक अब डाक या ई-मेल के जरिए केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) डाक्यूमेंट (KYC Documents) जमा कर सकते है.
कब और क्यों कराया जाता है KYC
माना जा रहा है कि अब देश में सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे बैंकों द्वारा भी ऐसा किया जा सकता है. यही नहीं, निजी क्षेत्र के बैंक तो एक कदम बढ़ कर ग्राहकों को सुविधा देते हैं. इसलिए, उनसे भी ऐसा ही किए जाने की उम्मीद है.
बैंक अपने ग्राहकों की रेटिंग उनके रिस्क के आधार पर करते हैं. बैंक के उच्च जोखिम वाले ग्राहकों को हर दो साल में कम से कम एक बार केवाईसी अपडेट कराना होता है जिन ग्राहकों का जोखिम मध्यम होता है.
उन्हें हर आठ साल में एक बार केवाईसी अपडेट कराना होता है. जिन ग्राहकों का जोखिम एकदम कम या निम्न जोखिम होता है, उन्हें भी हर दस साल में एक बार केवाईसी अपडेट करना पड़ता है.