मुंबई। वैश्विक बाजारों में अमेरिकी डॉलर की कमजोरी के बीच बुधवार को डॉलर के मुकाबले रुपया छह पैसे सुधरकर 82.74 (अस्थायी) पर बंद हुआ। विश्लेषकों के अनुसार, पूंजी बाजार में एफआईआई की लिवाली और शेयर बाजारों में तेजी से स्थानीय मुद्रा को समर्थन मिला, जबकि कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से रुपये की बढ़त सीमित हुई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.67 पर खुला। दिन के कारोबार के दौरान रुपये ने 82.66 के उच्चतम और 82.81 के निचले स्तर को देखा। अंत में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 82.74 पर बंद हुआ, जो मंगलवार के बंद भाव 82.80 की तुलना में छह पैसे की बढ़त दर्शाता है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.03 प्रतिशत गिरकर 103.50 पर आ गया। अमेरिकी आंकड़े बताते हैं कि वहां श्रम बाजार सुस्त हो रहा है, और ऐसे में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दर में राहत देने का फैसला कर सकता है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.56 प्रतिशत बढ़कर 85.97 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 11.43 अंक या 0.02 प्रतिशत बढ़कर 65,087.25 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 4.80 अंक चढ़कर 19,347.45 पर बंद हुआ। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को शुद्ध रूप से 61 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।