दिल्ली: ऋण देने वाली स्टार्टअप कंपनी एफटीकैश को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से एक गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) स्थापित करने के लिए लाइसेंस मिल गया है। एफटीकैश ने चालू वित्त वर्ष में 100 करोड़ रुपये का ऋण देने का लक्ष्य रखा है। क्या करती है कंपनी: मुंबई स्थित कंपनी उधारकर्ताओं की ऋण पात्रता का आकलन करने के लिए एल्गोरिदम तकनीक का उपयोग करती है। यह खुदरा विक्रेताओं, फार्मेसी, परिधान स्टोर, वाहन दुकानों समेत लघु और सूक्ष्म उद्यमों को ऋण देती है। वर्ष 2015 में संजीव चंडाक, दीपक कोठारी और वैभव लोढ़ा द्वारा स्थापित कंपनी ने ग्राहकों को ऋण देने के लिए नॉर्दर्न आर्क, उगरो और एंबिट के साथ साझेदारी की है।
कंपनी के मुताबिक वर्तमान में नेटवर्क में 60,000 से अधिक व्यापारी हैं और हमने अब तक 600 करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरित किया है। कंपनी को उम्मीद है कि वितरण 2023 तक तीन गुना बढ़ जाएगा। बता दें कि भारत में कुल एमएसएमई के लगभग 80 प्रतिशत के पास ऋण देने की सुविधा नहीं है।