रिलायंस करेगी विदेशी टेक कंपनियों की छुट्टी, बनाया ये धांसू प्लान
दुनियाभर में सॉफ्टवेयर की फील्ड में भारत का दबदबा है। लेकिन अब हार्डवेयर के क्षेत्र में भी भारत बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की फिराक में है। भारत के इस सपने को रिलायंस कंपनी रफ्तार देने का काम कर सकती है।
दुनियाभर में सॉफ्टवेयर की फील्ड में भारत का दबदबा है। लेकिन अब हार्डवेयर के क्षेत्र में भी भारत बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब बनने की फिराक में है। भारत के इस सपने को रिलायंस कंपनी रफ्तार देने का काम कर सकती है। दरअसल रिलायंस ने भारत को वर्ल्ड क्लास मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने का ऐलान किया गया है। इसके लिए रिलायंस ने 1670 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने सनमीना कारपोरेशन के साथ साझेदारी की है। रिलायंस कंपनी सनमीना के साथ मिलकर 5G, डेटा सेंटर, क्लाउट और आईटी की दिशा में काम करेगी। इससे मेक इन इंडिया इलेक्ट्रानिक हार्डवेयर सेक्टर को बल मिलेगा और प्रोडक्ट डेवलेपमेंट और हार्डवेयर स्टार्ट-अप के इको-सिस्टम का विकास हो सकेगा।
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस स्ट्रेटेजिक बिजनेस वेंचर्स लिमिटेड (RSBVL) और सनमीना कॉर्पोरेशन ने भारत में इलेक्ट्रानिक हब बनाने के लिए एक ज्वाइंट वेंचर बनाने का ऐलान किया है। सनमीना की मौजूदा भारतीय यूनिट में रिलायंस 1670 करोड़ रू का निवेश करेगा। सयुंक्त उद्यम में रिलायंस के पास 50.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी होगी। जबकि प्रबंधन सनमीना की मौजूदा टीम के हाथों में रहेगा।
RSBVL के पास ज्वाइंट वेंचर यूनिट में 50.1% इक्विटी हिस्सेदारी होगी, जबकि बाकी 49.9% सनमीना के पास रहेगा। RSBVL इस स्वामित्व को मुख्य रूप से सनमीना की मौजूदा भारतीय इकाई में नए शेयरों में 1,670 करोड़ रुपये तक के निवेश के जरिए प्राप्त करेगी। इस निवेश से सनमीना को अपना बिजनेस बढ़ाने में मदद मिलेगी। सभी निर्माण शुरू में चेन्नई में सनमीना के 100 एकड़ के परिसर में होंगे। भविष्य में इनका विस्तार भी किया जा सकेगा।
रिलायंस जियो के निदेशक आकाश अंबानी ने कहा कि दूरसंचार, आईटी, डेटा सेंटर, क्लाउड, 5G, न्यू एनर्जी और अन्य उद्योगों की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग में आत्मनिर्भरता जरूरी है क्योंकि हम एक नई डिजिटल अर्थव्यवस्था में आगे बढ़ रहे हैं। इस साझेदारी के माध्यम से हम भारतीय और वैश्विक मांग को पूरा करते हुए भारत में इनोवेशन और प्रतिभा को बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं।