आरबीआई ने HDFC को बड़ी राहत देते हुए डिजिटल सेवाओं से जुड़ा प्रतिबंध हटाया

केंद्रीय बैंक आरबीआई ने सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC को बड़ी राहत देते हुए डिजिटल सेवाओं से जुड़ा प्रतिबंध हटा दिया है.

Update: 2021-08-17 15:59 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- केंद्रीय बैंक आरबीआई ने सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC को बड़ी राहत देते हुए डिजिटल सेवाओं से जुड़ा प्रतिबंध हटा दिया है. समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुता​बिक बैंक के एक प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है. पिछले दो वर्षों में बैंक के प्लेटफॉर्म पर डिजिटल बैंकिंग, कार्ड और भुगतान से जुड़े कई मुद्दों पर तकनीकी खामियों के चलते आरबीआई ने कार्रवाई करते हुए बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने और कोई भी नया डिजिटल उत्पाद लॉन्च करने पर रोक लगा दी थी.

भारत में क्रेडिट कार्ड जारी करने के मामले में एचडीएफसी बैंक अव्वल है. लेकिन दिसंबर 2020 से ही बैंक को नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर रोक के कारण मार्केट में इसकी हिस्सेदारी कम हो गई है. नवंबर 2020 में 15.4 मिलियन के मुकाबले क्रेडिट कार्ड बकाया मई 2021 में घटकर 14.9 मिलियन तक पहुंच गए थे. हालांकि जून के आखिरी सप्ताह में बैंक ने भविष्य में इसकी भरपाई कर लेने का दावा किया है.
बैंक के सीईओ ने जताई थी उम्‍मीद
बीते महीने एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) के मैनेजिंग डायरेक्ट और चीफ एक्सक्यूटिव ऑफिसर (CEO) शशिधर जगदीशन ने कहा था कि बैंक ने टेक्नोलॉजी से जुड़े भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के 85 फीसदी निर्देशों का अनुपालन पूरा कर लिया है. उन्होंने आरबीआई की ओर से नये क्रेडिट कार्ड (Credit Card) जारी करने पर लगी रोक को जल्द ही हटाए जाने की उम्मीद जताई थी.
दिसंबर 2020 से ही लगी थी रोक
एचडीएफसी बैंक को पिछले कुछ साल से तकनीकी समस्याओं से जूझना पड़ रहा था. तकनीकी खामियों के कारण रिजर्व बैंक ने दिसंबर 2020 में बैंक पर नए क्रेडिट कार्ड या नए डिजिटल उत्पाद पेश करने पर पाबंदी लगा दी थी. इधर, बैंक का कहना है कि अपनी शुरुआत से ही हमने भारतीय वित्तीय सेवा क्षेत्र के डिजिटल परिवर्तन का नेतृत्व किया है और ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने और दक्षता को बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी में निवेश करना जारी रखा है. इससे ग्राहक को हमेशा केंद्र में रखकर वित्तीय सेवाओं को फिर से परिभाषित करके और उत्पादों व सेवाओं को डिजाइन करके प्रतिमान को बदला जा रहा है.
बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में बैंक
देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) ने डिजिटल और एंटरप्राइज यूनिट में बड़ी छलांग लगाने की तैयारी में है. एचडीएफसी बैंक अगले 2 साल में आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार के लिए स्पेशल प्रॉजेक्ट्स के तहत 500 युवाओं को बहाल करने का निर्णय लिया है. इसमें डेटा एनालिस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस समेत अन्य तकनीकी सेवाओं से जुड़े स्पेशलिस्ट शामिल होंगे.
बैंक भविष्य में नए डिजिटल उत्पादों और सेवाओं को पेश करने और अपने आईटी (सूचना प्रौद्योगिकी) बुनियादी ढांचे को बढ़ाने के लिए एक 'डिजिटल इकाई' और एक 'उद्यम इकाई' स्थापित करने जा रहा है. ये इकाइयां बैंक को चलाने और समय के अनुसार उसमें बदलाव लाने को लेकर प्रौद्योगिकी रूपांतरण का हिस्सा है.
आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा बैंक
बैंक की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, एंटरप्राइज फैक्ट्री पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड करेगी, मौजूदा सिस्टम को अलग करेगी और लचीलापन और पैमाने बनाने के लिए ओपन-सोर्स को अपनाकर अपनी क्षमताओं का निर्माण करेगी. बैंक ने कहा कि वह अगले दो साल में विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में अनुभव रखने वाले 500 लोगों को नियुक्ति करेगा. इसमें डेटा एनालिस्ट, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, डिजाइन, क्लाउड आदि क्षेत्र शामिल हैं.
बैंक भविष्य के लिए तैयार टेक्नोलॉजीस को भी विकसित कर रहा है और दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनियों, फिनटेक और बड़ी आईटी कंपनियों के सहयोग से एक स्वदेशी क्लाउड आर्किटेक्चर की ओर बढ़ रहा है. डिजिटल यूनिट के प्रयासों में विश्वसनीयता, उपलब्धता, मापनीयता और सुरक्षा को सुनिश्चित करने को विशेष अहमियत दी जाएगी..


Tags:    

Similar News

-->