RBI ने नए स्मॉल फाइनेंस बैंक का लाइसेंस किया जारी
RBI ने नए स्मॉल फाइनेंस बैंक का लाइसेंस किया जारी, नए स्मॉल फाइनेंस बैंक का नाम यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक(Unity Small Finance Bank) होगा.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क :- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मंगलवार को सेंट्रल फाइेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (Centrum Financial Services Limited) और भारतपे (BharatPe) के कंसोर्टियम को एक स्मॉल फाइनेंस बैंक (SFB) लाइसेंस जारी किया. सेंट्रम ने एक नियामक फाइलिंग में कहा, लगभग 6 वर्षों के अंतराल के बाद एक नया बैंक लाइसेंस जारी किया गया है. सेंट्रम और भारतपे की क्षमताओं में दिखाए गए विश्वास के लिए हम आरबीआई को धन्यवाद देते हैं.
नए स्मॉल फाइनेंस बैंक का नाम यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक(Unity Small Finance Bank) होगा. यूनिटी नाम के रूप में सेंट्रम और BharatPe दोनों के लिए कई मायने में जबरदस्त महत्व है. यह पहली बार है जब दो साझेदार बैंक बनाने के लिए समान रूप से एकजुट हो रहे हैं. बयान में कहा गया है कि सेंट्रम के एमएसएमई और माइक्रो फाइनेंस व्यवसायों को यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक में मिला दिया जाएगा.
सेंट्रम ग्रुप के कार्यकारी अध्यक्ष जसपाल बिंद्रा ने कहा, हम लाइसेंस प्राप्त करने के लिए खुश हैं और एक मजबूत टीम के साथ इस नए युग के बैंक को बनाने के लिए भारतपे के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं. हम भारत का पहला डिजिटल बैंक बनने की ख्वाहिश रखते हैं.
भारत का पहला सही मायने में डिजिटल बैंक का होगा निर्माण
भारतपे के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अशनीर ग्रोवर ने कहा, मैं एसएफबी लाइसेंस के साथ भारतपे और सेंट्रम की एकता को सौंपने के लिए आरबीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं. हम इस अवसर का लाभ उठाने के लिए अथक और स्मार्ट तरीके से काम करेंगे और भारत का पहला सही मायने में डिजिटल बैंक का निर्माण करेंगे.
सेंट्रम-भारतपे ने इस बैंक का किया अधिग्रहण
आपको बता दें कि सेंट्रम-भारतपे ने संकट ग्रस्त सहकारी बैंक पंजाब एंड महाराष्ट्र कोआपरेटिव बैंक (PMC Bank) का अधिग्रहण किया है. आरबीआई से अधिग्रहण की मंजूरी मिलने के बाद सेंट्रम और डिजिटल भुगतान सेवा प्रदाता स्टार्टअप कंपनी भारतपे इसमें 1,800 करोड़ रुपए लगाने वाली है.
सेंट्रम फाइनेंशियल सर्विसेज ने एक फरवरी, 2021 को पीएमसी बैंक के अधिग्रहक कर लघु बैंक बनाने का प्रस्ताव रखा था. पीएमसी बैंक सितंबर 2019 से रिजर्व बैंक के प्रशासन के तहत काम कर रहा था. इस बैंक में जमाकर्ताओं का 10,723 करोड़ रुपए से अधिक धन अब भी फंसा है. इसी तरह बैंक के कुल 6,500 करोड़ रुपये के कर्ज वसूली में फंसे हैं जिन्हें एनपीए घोषित किया गया है.