GDP of the country ; भारतीय रिजर्व बैंक ने एक बार फिर ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. हालांकि, भारत की विकास दर को बढ़ाया है.RBI ने वित्त वर्ष 2025 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ को 7 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 प्रतिशत कर दिया है. यह लगातार चौथी बार है जब केंद्रीय बैंक ने देश का जीडीपी अनुमान बढ़ाया है. दरअसल, अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर लगातार
अच्छे आंकड़े आने और महंगाई के नियंत्रण में रहने से दुनियाभर की कई रेटिंग एजेंसियों ने भी मौजूदा फाइनेंशियल ईयर में भारत की विकास दर बढ़ाई है.एमपीसी बैठक के बाद मौद्रिक नीति का ऐलान करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में लगातार निजी खपत में सुधार हो रहा है. इसके अलावा, निवेश से जुड़ी गतिविधियों में भी तेजी जारी है.
लगातार बढ़ाया GDP ग्रोथ रेट अनुमान आरबीआई ने जीडीपी ग्रोथ रेट को लगातार मौजूदा वित्त वर्ष की चारों तिमाही के लिए बढ़ाया है. Q1, Q2, Q3 और Q4 के लिए अब यह दर क्रमशः 7.3 प्रतिशत, 7.2 प्रतिशत, 7.3 प्रतिशत और 7.2 प्रतिशत है. इससे पहले इससे पहले यह अनुमान क्रमशः 7%, 7.1%, 6.9% और 7 % था.
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि घरेलू मांग में मजबूती के कारण मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी जारी है. 8 प्रमुख उद्योगों ने अप्रैल 2024 में Better Growth रेट दर्ज की. गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा, मई 2024 में भारतीय अर्थव्यवस्था का बेहतर प्रदर्शन जारी रहा और यह वास्तव में विश्व स्तर पर सबसे अच्छा है. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि एमपीसी महंगाई, विशेष रूप से खाद्य मुद्रास्फीति को लेकर सतर्क है. चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को 4.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है. पहली तिमाही में खुदरा मुद्रास्फीति 4.9 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 3.8 प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.6 प्रतिशत और चौथी तिमाही में 4.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है.