DMart के फाउंडर राधाकिशन दमानी: खरीदा देश का सबसे महंगा बंगला, कीमत जानकर उड़ जाएंगे होश, भारत के 8वें सबसे रईस
हमेशा सफेद कपड़े पहनना, चमक-दमक से दूर रहना अरबपति निवेशक राधाकिशन दमानी की सबसे बड़ी खासियत है. देश में उनकी पहचान एक सफल रिटेल किंग और शेयर बाजार निवेशक के तौर पर होती है. लेकिन अब उनका नाम देश में सबसे महंगे घर खरीदने वालों में भी जुड़ गया है.
अरबपति निवेशक और डी-मार्ट (D-Mart) के फाउंडर राधाकिशन दमानी ने दक्षिण मुंबई के मालाबार हिल्स में 1,001 करोड़ रुपये का घर खरीदा है, जिसे देश का सबसे महंगा घर बताया जा रहा है. दमानी ने अपने छोटे भाई गोपीकिशन दमानी के साथ मिलकर यह प्रॉपर्टी खरीदी है.
राधाकिशन दमानी ने 31 मार्च को 3 फीसदी स्टांप ड्यूटी देकर इस नए घर का रजिस्ट्रेशन करवाया. छूट के बाद भी इस प्रॉपर्टी के लिए दमानी परिवार ने 30 करोड़ की स्टांप ड्यूटी दी है. ग्राउंड प्लस दो-मंजिला बंगला 'मधुकुंज' नारायण दाभोलकर मार्ग पर 1.5 एकड़ से अधिक एरिया में फैला है और इसका कुल बिल्ट अप एरिया करीब 61,916 वर्ग फीट है.
फोर्ब्स इंडिया के अनुसार दमानी देश के चौथे सबसे अमीर हैं, राधाकिशन ने साल 2002 में मुंबई के एक उपनगरीय इलाके से खुदरा कारोबार की शुरुआत की थी. इसके अलावा तंबाकू से लेकर बीयर उत्पादन तक से जुड़ीं तमाम कंपनियों में दमानी ने शेयर खरीद रखे हैं. वह मुंबई के अलीबाग में 156 कमरों वाले ब्लू रेजॉर्ट के भी मालिक हैं.
राधाकिशन दमानी को बड़े फैसले और रिस्क लेने में महारथ हासिल है. पिछले दो दशक का सफर यही कहता है कि दमानी ने रिस्क लिया और उनकी किस्मत बदलती गई. आज हर कोई राधाकृष्ण दमानी की कामयाबी का गुर सीखना चाहता है. हमेशा सफेद कपड़े पहनने वाले अरबपति निवेशक दमानी ने स्टॉक में निवेश से कमाया पैसा 1990 में रिटेल कारोबार में लगा दिया. मार्च 2017 में एवेन्यू सुपरमार्केट का आईपीओ आने के बाद दमानी को भारत का रिटेल किंग कहा जाने लगा.
राधाकिशन दमानी की कंपनी एवेन्यू सुपरमार्केट की शेयर बाजार में लिस्टिंग 21 मार्च 2017 को हुई थी, जिसके बाद उनकी संपत्ति, कई अमीर घरानों से ज्यादा हो गई. डीमार्ट का शेयर 604.40 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि इश्यू प्राइस 299 रुपये रखा गया था. उस समय कंपनी की कुल पूंजी करीब 39 हजार करोड़ रुपये थी. आईपीओ लाने के एक साल के अंदर कंपनी को 53,000 करोड़ रुपये की कमाई, जब आईपीओ आया तो उस समय कुल दौलत 40,294 करोड़ रुपये थी, और एक साल में बढ़कर 2018 में 93,363 करोड़ रुपये हो गई.
दरअसल, 1990 तक राधाकिशन दमानी ने शेयर बाजार से करोड़ों कमा लिए थे. फिर उन्होंने रिटेल कारोबार में उतरने का फैसला किया और धीरे-धीरे उनका कारोबार चल निकला. दमानी ने 1999 में रिटेल बिजनेस शुरू किया था, ये वह वक्त था जब कुमार मंगलम बिड़ला और फ्यूचर ग्रुप के किशोर बियानी ने इस सेक्टर में कदम नहीं रखे थे. फूड और ग्रोसरी रिटेलर डी-मार्ट भारत की सबसे ज्यादा मुनाफा कमाने वाली कंपनियों में से एक है.
दमानी ने देखते ही देखते डी-मार्ट को भारत का एक सफल सुपरमार्केट चेन बना दिया है. एवेन्यू सुपरमार्ट्स में राधाकिशन दमानी और उनके परिवार के 80 प्रतिशत शेयर हैं. 65 साल के राधाकिशन दमानी ने साल 2002 में रिटेल बिजनेस में उतरते हुए मुंबई में पहला स्टोर खोला था. अब देशभर में इसकी संख्या 200 है.
राधाकिशन दमानी को बचपन से ही अकाउंटिंग की पढ़ाई में रूचि थी. इसलिए उन्होंने बॉम्बे यूनिवर्सिटी से कॉमर्स से स्नातक की डिग्री लेने के लिए दाखिला लिया था. इनकी तीन बेटियां हैं. भारत के वॉरेन बफे कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला भी दमानी को अपना शेयर बाजार में गुरु मानते हैं.
राधाकिशन दमानी ने शेयर बाजार में अपनी शुरुआत 1980 के दशक में की थी. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत शेयर बाजार में निवेशक के तौर पर की थी. आज दमानी सफल निवेशक बन गए हैं. दमानी ने इंडिया सीमेंट, वीएसटी इंडस्ट्रीज, ब्लूडार्ट, सिनेप्लेक्स कंपनियां और कुछ तंबाकू कंपनियों में निवेश किए हैं.
राधाकिशन दमानी के पिता भी शेयर ब्रोकर थे. इसी कारण उन्हें बचपन से ही शेयर बाजार की बारीकियां सीखने का मौका मिला. पिता के निधन के बाद राधाकिशन दमानी ने भाई के साथ स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग शुरू की. उन्होंने बेहतर मौके तलाश कर छोटी कंपनियों में निवेश शुरू किया. इसके अलावा शुरुआती दिनों में दमानी परिवार ने बॉल-बियरिंग का कारोबार भी शुरू किया था. लेकिन नुकसान होने के चलते बंद कर दिया.