कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने e-RUPI को किया लॉन्च

आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने e-RUPI को लॉन्च किया. इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने UPI प्लेटफॉर्म पर डेवलप किया है. इसे वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से डेवलप किया गया है.

Update: 2021-08-02 13:17 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने e-RUPI को लॉन्च किया. इसे नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने UPI प्लेटफॉर्म पर डेवलप किया है. इसे वित्तीय सेवा विभाग, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से डेवलप किया गया है.

लॉन्च के मौके पर बताया गया कि e-RUPI अगस्त 2014 में शुरू हुई डिजिटल इंडिया का एक महत्वपूर्ण पड़ाव है. UPI BHIM को दिसंबर 2016 में लॉन्च किया गया था. इस पर हर महीने लगभग 300 करोड़ का ट्रांजेक्शन होता है. ये सभी डेबिट और क्रेडिट कार्ड को पीछे छोड़ दिया. मनी ट्रांसफर फोन कॉल इतना आसान हो गया है.
e-RUPI का लॉन्च इतना ही महत्वपूर्ण है जितना BHIM का महत्वपूर्ण 5 साल पहले था. ये रियल टाइम और पेपरलेस है. e-RUPI का यूज सरकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुँचाना है. ये लीक प्रूफ है.
QR कोड को स्कैन करते ही लाभार्ती के पास एक कोड आता है. इस कोड को बताने पर कोड REEDEM हो जाता है और भुगतान हो जाता है. ये कुछ ही मिनट्स में हो जाता है.इस से ये सुनिश्चित होगा वो पैसे उसी काम में लगेंगे जिसके लिए दिया जा रहा है. शुरुआती स्तर में इसे हेल्थ सेक्टर में यूज किया जा रहा है. समय के साथ इसमे और भी चीजें जुड़ती चली जायेगी.
कोई किसी के इलाज या भोजन देना चाहता है तो उनके लिए e-Rupi काफी मददगार साबित होगा. जिस मकसद से पैसा दिया जा रहा है वो ये सुनिश्चित करेगा. अगर कोई वृद्धाश्रम में कोई बेड देना चाहता है तो e-RUPI ये सुनिश्चित करेगा. अगर स्कूल में सरकार की तरफ से किताबों के लिए पैसा दिया जा रहा है तो वो e-RUPI से किया जाएगा. इस से स्कूल में किताबें खरीदने में ही पैसे खर्च करेंगे.
PM मोदी ने कहा है कि टेक्नोलॉजी से सभी सशक्त होंगे. इसका फायदा गरीबों को भी मिलेगा. e-RUPI का यूज करना काफी आसान है. e-RUPI से ये सुनिश्चित हो सकेगा कि जिस काम के लिए पैसे भेजे जाएंगे वो उसमें ही यूज हो. इसमें बैंकों और पेमेंट गेटवे का बहुत बड़ा रोल है.


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