WTO में पीयूष गोयल : भारत गरीबों और कारोबारियों दोनों के साथ, किसानों और मछुआरों के हित के लिए मजबूती से खड़े

भारत गरीबों और कारोबारियों दोनों के साथ, किसानों और मछुआरों के हित के लिए मजबूती से खड़े

Update: 2022-06-16 17:10 GMT

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उम्मीद जताई है कि डब्लूटीओ (WTO) की जारी मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर सकारात्मक फैसले लिए जाएंगे. जिनेवा में जारी 12 वें मंत्री स्तरीय सम्मेलन में केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने कहा कि हमने करीब 7 सालों के बाद पहली बार कई महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं और कुछ मुद्दों पर चर्चा जारी है जिसपर जल्द फैसला होने की उम्मीद है. उन्होने कहा कि सभी नेता सकारात्मक तरीके से काम कर रहे हैं. हम ऐसे मुद्दों के लिए समाधान तलाशने की कगार पर हैं, जो दुनिया भर को बांट रहे हैं. उन्होने कहा कि कल के मुकाबले बातचीत आगे और बढ़ी है और जो सकारात्मकता देखने को मिल रही है वो काफी अच्छी बात है. उन्होने कहा कि भारत मानता है कि ये बैठक काफी लंबे समय के बाद होने वाली सबसे सफल बैठक साबित होने जा रही है.

गरीबों के साथ भारत
खाद्य सुरक्षा के मामले में भारत सरकार के पक्ष को रखते हुए केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत एक ही समय में गरीबों और व्यापार दोनों के साथ खड़ा है. उन्होने साफ कहा कि वो दिन गये जबकि भारत को बांधा जा सकता था. अब भारत अपने छोटे कारोबारियों, किसानों और मछुआरों के लिए मजबूती से खड़ा है. उन्होने कहा कि विश्व व्यापार संगठन में भारत के सैद्धांतिक रुख से गरीबों और कमजोरों की आवाज को विश्व स्तर पर मजबूती मिली है. दुनिया भर के कारोबार में भारत की बढ़ती अहमियत पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि भारत दुनिया को बेहतर फैसले लेने में नेतृत्व कर रहा है. अब वार्ता के केन्द्र में भारत है और डब्लूटीओ के हर बैठक के नतीजों पर भारत का असर दिखता है. उन्होने कहा कि भारत सभी सदस्यों को फिशिंग, हेल्थ, डिजिटल टेक्नोलॉजी, खाद्य और पर्यावरण जैसे मामलों में भविष्य के सुधारों के लिए एक साथ लाया है. उन्होने कहा कि भारत को देखकर साबित होता है कि रिकॉर्ड निर्यात, दुनिया भर के साथ व्यापार सौदों के बाद एक ही समय में कोई भी देश गरीबों और व्यापार दोनों का समर्थक हो सकता है.
कई फैसलों पर लग सकती है मुहर
सूत्रों की माने को इस बैठक में वर्ल्ड फूड प्रोग्राम, ई-कॉमर्स और फिशिंग से जुड़े कई मुद्दों पर फैसला हो सकता है. वहीं ट्रेड रिलेटेड आस्पेक्ट ऑफ इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स यानि ट्रिप्स पर यह सहमति बन सकती है कि कोई पेटेंट ट्रांसफर के बिना भी उत्पादन कर सकता है और एक्सपोर्ट भी कर सकता है. अनुमान है कि इस बारे में 5 साल की समयसीमा तय की जा सकती है. एक अधिकारी ने बताया कि विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) के सदस्य आपसी मतभेदों को खत्म करने के लिए अंतिम क्षण तक बातचीत में लगे हुए हैं, जिससे डब्लूटीओ को कोविड 19 महामारी के असर से निपटने के लिए अस्थायी पेटेंट छूट जैसे मुद्दों पर एक समझौते की दिशा में मदद मिलेगी.अधिकारी ने कहा कि विश्व व्यापार संगठन, जो लगभग पांच साल के अंतराल के बाद बैठक कर रहा है, वह भी विश्व खाद्य कार्यक्रमों जैसे मुद्दों पर समझौते की ओर बढ़ रहा है और मछली पकड़ने में सब्सिडी को लेकर अहम फैसला हो सकता है.

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