Paytm के फाउंडर की बढ़ीं मुश्किलें, IPO में गड़बड़ी का आरोप

Update: 2024-08-26 13:26 GMT
 Business व्यवसाय: ऑनलाइन पेमेंट सर्विस देने वाली Paytm के फाउंडर विजय शेखर शर्मा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। अब उन पेटीएम का मालिकाना हक रखने वाली One 97 Communications Ltd के आईपीओ में गड़बड़ी का आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले में मार्केट रेगुलेटर सेबी ने विजय शेखर शर्मा और आईपीओ लाने के दौरान One 97 Communications Ltd के बोर्ड में शामिल सदस्यों को नोटिस भेजा है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, सेबी को शक है कि विजय शेखर शर्मा ने IPO लाने के दौरान कुछ फैक्ट्स को गलत दिखाया। आसान शब्दों में कहें, तो पूरा मामला यह है कि आईपीओ के दौरान विजय शेखर शर्मा को कंपनी का प्रमोटर माना जाए या नहीं। अगर प्रमोटर माना जाएगा, तो उनके खिलाफ आईपीओ का गलत तरीके से फायदा उठाने का आरोप रहेगा। सेबी की राय में जब One 97 Communications के आईपीओ से जुड़े दस्तावेज जमा किए गए थे, तो उस समय विजय शेखर के पास कंपनी का मैनेजमेंट कंट्रोल था। वह कोई कर्मचारी नहीं थे। यही वजह है कि सेबी ने उन बोर्ड मेंबर को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिन्होंने विजय शेखर शर्मा के कर्मचारी वाले फैक्ट को स्वीकार किया।
प्रमोटर-कर्मचारी का बवाल क्यों?
अगर विजय शेखर शर्मा को आईपीओ लाते वक्त प्रमोटर बताया जाता, तो वह ESOP (Employee stock option plan) के लिए अयोग्य हो जाते। सेबी के नियमों के मुताबिक, IPO आने के बाद प्रमोटर्स को ESops नहीं मिलता है। सेबी पहले भी कंपनी के निदेशकों पर एक्शन ले चुकी है। लेकिन, तब मामला वित्तीय हेराफेरी से जुड़ा था। रिजर्व बैंक (RBI) ने भी इस साल की शुरुआत में पेटीएम पेमेंट्स बैंक की जांच की थी। उसी से मिले इनपुट के आधार पर अब विजय शेखर शर्मा मार्केट रेगुलेटर की नजरों में आए हैं।
शेयरों पर क्या असर हुआ?
पेटीएम के शेयर पिछले कुछ दिनों से रिकवर कर रहा था। लेकिन, विजय शेखर शर्मा को नोटिस मिलने इसमें तेज गिरावट दिखी। कारोबार के दौरान एक वक्त तो पेटीएम का शेयर करीब 9 फीसदी तक गिर गया था। हालांकि, बाद में इसमें रिकवरी हुई और आखिर में 4.48 फीसदी की गिरावट के साथ 530.00 रुपये बंद हुए। पिछले 6 महीनों में पेटीएम के शेयरों ने करीब 24 फीसदी का रिटर्न दिया है।
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