कराची, (आईएएनएस)| पाकिस्तान का रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है। यह एक डॉलर के मुकाबले 288 रुपए तक नीचे गिर गया है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ऋण कार्यक्रम में देरी और विदेशी ऋण पर डिफॉल्ट के खतरे के बीच अंतरबैंक बाजार में मंगलवार को पाकिस्तानी रुपए में भारी गिरावट देखी गई। मंगलवार को सुबह करीब 10.23 बजे डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया 1 फीसदी (या 2.86 रुपये) गिरकर 287.90 पर आ गया। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि एक दिन पहले रुपया 285.04 रुपये पर बंद हुआ था।
पिछले महीने रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया था और तीन फरवरी को यह 285.09 रुपये प्रति अमेरिकी डॉलर पर बंद हुआ था।
मार्केट में चल रही बातचीत से पता चलता है कि आयातकों ने घबराहट में अमेरिकी डॉलर की खरीददारी फिर से शुरू कर दी है, जबकि इंटरबैंक बाजार में विदेशी मुद्रा की आपूर्ति कम है।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार 10-16 अप्रैल को अमेरिका का दौरा करेंगे और 6.5 अरब डॉलर के आईएमएफ ऋण कार्यक्रम को फिर से शुरू करने का प्रयास करेंगे।
सरकार ने कहा है कि अपनी यात्रा के दौरान, डार वाशिंगटन डीसी में अन्य उच्च अधिकारियों के साथ आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेंगे, एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया।
नवंबर 2022 से ठप पड़े कार्यक्रम को फिर से शुरू करने के लिए पाकिस्तान जनवरी के अंत से आईएमएफ से बातचीत कर रहा है।
देरी के कारण विदेशी वित्तपोषण का प्रवाह अवरुद्ध हो गया है। तदनुसार, देश का विदेशी मुद्रा भंडार वर्तमान में 4.2 बिलियन डॉलर के गंभीर निम्न स्तर तक गिर गया है।
सरकार ने आगे कहा कि सऊदी अरब ने पाकिस्तान के लिए एक नए बेलआउट पैकेज का संकेत दिया है, लेकिन यह कितना और कब शुरू होगा यह अभी अनिश्चित है।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि विशेषज्ञों के अनुसार, आईएमएफ और मित्र देशों ने देश में राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के चलते पाकिस्तान को सहायता देना बंद कर दिया है।
--आईएएनएस