ओकिनावा ने वापस बुलाए 3,215 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स, आग लगने का बड़ा खतरा
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को ग्राहकों ने अपनाना शुरू ही किया है, और फिलहाल इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स बजट में आ सकते हैं तो इनकी बिक्री में कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है. लेकिन हाल की कुछ घटनाओं में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के आग पकड़ने से लोगों में कहीं ना कहीं डर सा बना गया है.
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों को ग्राहकों ने अपनाना शुरू ही किया है, और फिलहाल इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स बजट में आ सकते हैं तो इनकी बिक्री में कई गुना बढ़ोतरी देखने को मिली है. लेकिन हाल की कुछ घटनाओं में इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के आग पकड़ने से लोगों में कहीं ना कहीं डर सा बना गया है. रिपोर्ट्स में सामने आया है कि पिछले दो हफ्ते में 6 इलेक्ट्रिक स्कूटर्स ने आग पकड़ी है, इनमें से लेटेस्ट इलेक्ट्रिक स्कूटर ओकिनावा का है. इसके अलावा कंपनी की इलेक्ट्रिक स्कूटर्स लेकर आ रहे एक ट्रक में रखे इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना भी सामने आई है जिसमें 40 ईवी जलकर खाक हो गए. अब जो घटना सामने आई है वो चिंता में डालने वाली है.
तमिलनाडु की ओकिनावा डीलरशिप पर रखे इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने के बाद ओकिनावा डीलरशिप में ही आग लग गई. संभवतः यही वजह है कि कंपनी ने देशभर में बिके 3,215 प्रेज प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर्स को तत्काल प्रभाव से वापस बुलाया है. गौरतलब है कि भारत में गर्मी अब लोगों को परेशान करने लगी है और तापमान 40 डिग्री से ज्यादा तक जाने जगा है, ऐसे में बैटरी में आग लगने का खतरा और बढ़ जाता है और यही वजह है कि कंपनी ने रिकॉल जारी किया है. कंपनी की मानें तो इन इलेक्ट्रिक स्कूटर्स का हेल्थ चेकअप किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर इनकी बैटरी और अन्य पुर्जों को मुफ्त में रिपेयर किया जाएगा.
ओकिनावा के साथ अन्य कई इलेक्ट्रिक स्कूटर ब्रांड्स अपने ईवी में लिथियम-आयन बैटरी मुहैया कराते हैं जो इन इलेक्ट्रिक स्कूटर्स में आग लगने की सबसे बड़ी वजह है. बता दें कि ज्यादातर मामलों में इस बैटरी पैक के गर्म होने के बाद इलेक्ट्रिक स्कूटर ने आग पकड़ी है, इसके अलावा बढ़ता तापमान इसमें बड़ा योगदान देता है और लिथियम आयन बैटरी पैक आग की वजह बनता है. ऐसे में इस वक्त की सबसे बड़ी जरूरत है इलेक्ट्रिक बैटरी के लिए कूलिंग डिवाइस लगाना. इसके अलावा किफायती रखने के लिए ईवी में खराब पुर्जों का इस्तेमाल भी तत्काल बंद किया जाना चाहिए क्योंकि इससे सीधे ग्राहक की जान को खतरा होता है.