NSE Scam: सीबीआई जांच में हुआ ये खुलासा, रहस्यमयी योगी के नाम से ईमेल आईडी किसने बनायी थी ?
नई दिल्ली: NSE Scam में जैसे-जैसे सीबीआई की जांच आगे बढ़ रही है, इससे जुड़ी कई परतें खुल रही हैं. CBI ने शुक्रवार को दावा किया कि एनएसई की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामाकृष्णा (Chitra Ramkrishna) 'अज्ञात योगी' (Himalayan Yogi) से जिस ई-मेल आईडी पर बातचीत किया करती थीं, उसे कथित रूप से उनके ही पसंदीदा ग्रुप ऑपरेटिेंग ऑफिसर आनंद सुब्रमण्यम ने बनाया था.
एनएसई घोटाले में 'अदृश्य योगी' के एंगल ने सभी को हैरत में डाल रखा है. एनएसई के फॉरेंसिक ऑडिट में आनंद सुब्रमण्यम को ही कथित तौर पर 'हिमालयन योगी' बताया गया था लेकिन बाजार नियामक सेबी ने अपनी अंतिम रिपोर्ट में आनंद सुब्रमण्यम (Anand Subramanian) के 'योगी' होने के दावे को नकार दिया था. फिर सीबीआई ने भी अपनी शुरुआती जांच में सुब्रमण्यम के 'योगी' होने का अंदेशा जताया था.
अब सेशेल्स जाने की जांच करेगी सीबीआई
सीबीआई अब इस मामले में आनंद सुब्रमण्यम और चित्रा रामाकृष्णा के सेशेल्स जाने की भी जांच कर रही है. सेशेल्स को एक टैक्स हेवन देश माना जाता है. चित्रा रामाकृष्णा और 'हिमालयन योगी' के बीच ई-मेल पर हुई बातचीत में उनके सेशेल्स जाने के संदर्भ मिले हैं.
इसके अलावा सीबीआई अब इस बात की भी जांच कर रही है कि 'अदृश्य योगी' की ई-मेल आईडी 'rigyajursama@outlook.com' का उपयोग आनंद सुब्रमण्यम खुद कर रहा था या कोई और इससे चित्रा रामाकृष्णा से बातचीत किया करता था. सीबीआई ने एनएसई से जुड़े को-लोकेशन घोटाले में आनंद सुब्रमण्यम और चित्रा रामाकृष्णा को गिरफ्तार किया है.
चित्रा का 'योगी' के बारे में दावा
बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने NSE Scam को लेकर अपने 7 फरवरी के आदेश में कहा था कि एनएसई की तत्कालीन सीईओ एवं एमडी चित्रा रामकृष्ण किसी अज्ञात योगी के इशारे पर सारे फैसले ले रही थी. जांच के दौरान जब सेबी ने चित्रा से योगी के बारे में पूछा था तो एनएसई की पूर्व सीईओ ने कहा था कि वह एक रूहानी ताकत हैं, जो हिमालय में विचरण करते हैं. चित्रा ने कहा था कि योगी का अपना कोई शरीर नहीं है और वह अपनी इच्छा से कहीं भी प्रकट हो सकते हैं.