अब महिलाओं को मिलेगा ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर की फैक्ट्री के संचालन का पूरा जिम्मा, फ्यूचरफैक्ट्री देगी 10,000 से अधिक को रोजगार
ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्या आपने कभी कोई ऐसी फैक्ट्री देखी है
ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्या आपने कभी कोई ऐसी फैक्ट्री देखी है, जहां पूरा काम महिलाएं संभालती हों, फिर चाहे सीनियर पोजिशन हो या जूनियर. अगर नहीं तो इसके लिए तैयार हो जाइए, क्योंकि ओला (Ola) अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर की फैक्ट्री के संचालन का पूरा जिम्मे महिला कर्मचारियों को ही देने वाली है. ओला के सह-संस्थापक भाविश अग्रवाल ने कहा है कि कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर कारखाने का पूरा संचालन महिलाओं द्वारा किया जाएगा और इसमें व्यापक स्तर पर 10,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार मिलेगा.
उन्होंने ट्विटर पर लिखा, 'आत्मनिर्भर भारत को आत्मनिर्भर महिलाओं की जरूरत है! मुझे यह बताते हुए गर्व महसूस हो रहा है कि ओला फ्यूचरफैक्ट्री का पूरा का पूरा संचालन महिलाएं करेंगी, व्यापक स्तर पर 10,000 से ज्यादा महिलाएं इसमें काम करेंगी. यह दुनिया में केवल महिला कर्मियों वाला सबसे बड़ा कारखाना होगा.' अग्रवाल ने एक वीडियो भी शेयर किया, जिसमें इस फैक्ट्री में काम करने के लिए नियुक्त की गई महिलाओं के पहले बैच को दिखाया गया है.
ओला ने कुछ समय पहले ही अपने दो इलेक्ट्रिक स्कूटर Ola S1 और Ola S1 Pro को लॉन्च किया था. इन दोनों ही स्कूटर्स का लोगों को बेसब्री से इंतजार है. Ola S1 की एक्स-शोरूम कीमत जहां 99,999 रुपए रखी गई है. वहीं Ola S1 Pro की कीमत 1,29,999 लाख रुपए है.
भाविश अग्रवाल ने एक ब्लॉग पोस्ट में लिखा कि कंपनी ने इस सप्ताह पहले बैच का स्वागत किया और कहा कि 'पूरी क्षमता के साथ, फ्यूचरफैक्ट्री 10,000 से अधिक महिलाओं को रोजगार देगी, जिससे यह दुनिया में केवल महिला कर्मियों वाला सबसे बड़ा और विश्व स्तर पर केवल महिला कर्मियों वाला अकेला ऑटोमोटिव विनिर्माण प्रतिष्ठान होगा.' उन्होंने कहा कि ओला अधिक समावेशी कार्यबल बनाने और महिलाओं के लिए हर तरह के काम से जुड़े आर्थिक अवसर प्रदान करने के लिए पहल कर रही है.
अग्रवाल ने कहा कि कंपनी ने महिला कर्मियों को मैन्युफैक्चरिंग स्किल्स के मुख्य क्षेत्रों में ट्रेनिंग और अतिरिक्त स्किल्स प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण निवेश किया है और वे ओला फ्यूचरफैक्ट्री में निर्मित हर वाहन के पूरे उत्पादन के लिए जिम्मेदार होंगी.