Google Chrome में आया नया प्राइवेसी फीचर, अब यूजर वेबसाइट पर दी गई हर जानकारी को कर सकेंगे ट्रैक
सर्च इंजन जायंट गूगल अपने क्रोम ब्राउजर के लिए नया प्राइवेसी फीचर रोल आउट जा रहा है
सर्च इंजन जायंट गूगल अपने क्रोम ब्राउजर के लिए नया प्राइवेसी फीचर रोल आउट जा रहा है. इस फीचर के जरिए यूजर अपने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में यह पता लगा सकेंगे कि कौन सी वेबसाइट के पास उनकी जानकारी पहुंच रही है. इसके साथ ही आने वाले रिलीज में गूगल क्रोम में आपके ब्राउजि़ंग हिस्ट्री से साइट को हटाने का ऑप्शन भी जोड़ा जाएगा. यह गूगल Chrome 92 अपडेट का हिस्सा है.
गूगल ने मंगलवार देर रात एक बयान में कहा कि अपडेट किए गए साइट सुरक्षा कंट्रोल के साथ, हमने ट्रैक करना आसान बना दिया है कि किस साइट को किस जानकारी की अनुमति है. अपडेट किए गए पैनल को खोलने के लिए बस क्रोम एड्रेस बार के बाईं ओर लॉक आइकन पर टैप करें, जो दिखाएगा कि आपने एक विशेष साइट को कौन सी परमिशन दी है. वहां से, आप अपने स्थान और अपने कैमरे जैसी चीजों को साझा करने और साझा न करने के बीच अधिक आसानी से टॉगल कर सकेंगे.
एड्रेस बार भी हुआ एक्शनेबल
क्रोम ब्राउजर का यह अपडेट यूजर्स को एड्रेस बार में टाइप करके एक्शन करने देगा. उदाहरण के लिए अगर यूजर्स 'Safety Check' को टाइप करेंगे तो यह पासवर्ड्स की सिक्योरिटी को चेक करेगा और मैलिशियस एक्सटेंशन को स्कैन करने के साथ कई काम करेगा. इसी तरह "manage security settings" या "manage sync" भी इस तरह के एक्शंस को परफॉर्म करेगा और यूजर्स को सेटिंग में जाकर इन एक्शंस को करने की जरूरत नहीं होगी.
सेफ्टी को लेकर और भी कई फीचर जोड़ चुका है गूगल
अपने यूजर को सुरक्षित रखने के लिए, गूगल ने पिछले सप्ताह अपनी सर्च में एक और सुविधा शुरू की, जो लोगों को मोबाइल पर पिछले 15 मिनट के ब्राउजिंग हिस्ट्री को तुरंत हटाने देगी. यह सुविधा आईओएस के लिए गूगल ऐप में उपलब्ध है और इस साल के अंत में एंड्रॉयड गूगल ऐप पर आ रही है. यह टूल अभी तक डेस्कटॉप यूजर्स के लिए उपलब्ध नहीं है.
गूगल ने कहा कि उसने 'साइट आइसोलेशन' का भी विस्तार किया है, जो एक सुरक्षा सुविधा है जो यूजर्स को गलत वेबसाइटों से बचाती है. 'साइट अलगाव' अब साइटों की एक ब्रॉडर रेंज के साथ-साथ एक्सटेंशन को भी कवर करेगा, और यह सब कुछ ऐसे ट्वीक के साथ आता है, जो क्रोम की गति में सुधार करते हैं. कंपनी ने कहा कि आने वाले सप्ताह में एंड्रॉयड और विंडोज, मैक, लिनक्स और क्रोम ओएस पर क्रोम में नए अपडेट और फीचर आएंगे.