NCAP ने जारी की इन कारों की सेफ्टी रेटिंग, एक क्लिक पर जाने सब कुछ
कार से यात्रा करने वाले लोगों के लिए सेफ्टी बहुत जरूरी होती है। इसीलिए NCAP द्वारा (New Car Assessment Program) गाड़ियों की सेफ्टी रेटिंग समय-समय पर जारी की जाती रहती है।
कार से यात्रा करने वाले लोगों के लिए सेफ्टी बहुत जरूरी होती है। इसीलिए NCAP द्वारा (New Car Assessment Program) गाड़ियों की सेफ्टी रेटिंग समय-समय पर जारी की जाती रहती है। एनकैप ने होंडा सिटी, रिनॉल्ट किगर, होंडा जैज, और निसान मैग्नाइट की सेफ्टी रेटिंग जारी की है। ग्लोबल एनकैप ने भारत के लिए लेटेस्ट क्रैश टेस्ट में 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी है। इन सभी कारों को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 4 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई है।
रेनो किगर और निसान गैग्नाइट की रेटिंग
अगर हम बात करें रेनो किगर और निसान मैग्नाइट की तो इन्हें चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगरी में टू-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। रेनो किगर को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 17 में से 12.34 नंबर मिले हैं, जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन सेगमेंट में इसे 21.05 नंबर मिले हैं। वहीं, निसान मैग्नाइट को एडल्ट और चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगरी में क्रमश: 11.85 और 24.88 नंबर मिले हैं।
होंडा की कारों की रेटिंग
वहीं, होंडा की जैज और सिटी को 49 में से क्रमशः 38.27 और 31.54 नंबर मिले हैं। होंडा सिटी फोर्थ जनरेशन और होंडा जैज दोनों को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन सेगमेंट में 17 में से क्रमशः 12.03 और 13.89 नंबर के साथ 4 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है। होंडा सिटी को चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगरी में 4 स्टार मिले हैं, जबकि जैज को इस सेगमेंट में थ्री-स्टार प्राप्त है।
ग्लोबल एनसीएपी द्वारा रेनॉल्ट किगर के जिस मॉडल का टेस्ट किया गया था, उसमें कोई साइड एयरबैग, ड्राइवर घुटने के एयरबैग, आईएसओफिक्स एंकरेज नहीं थे। निसान मैग्नाइट में भी यह सेफ्टी फीचर्स नहीं थे।
सरकार लाएगी खुद का सेफ्टी रेटिंग सिस्टम
आपको बता दें कि सरकार की निगाहें इन दिनों ऑटो इंडस्ट्री पर हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिहाज से सरकार नए-नए नियम ला रही है, जिसमें से एक है थ्री प्वाइंट सीट बेल्ट। वहीं, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में सेफ्टी रेटिंग को लेकर एक बड़ी बात कही थी। उन्होंने कहा था कि जल्द ही भारत के पास खुद का इंडिपेंडेंट सेफ्टी रेटिंग सिस्टम होगा, जिससे भारत में चलने वाली गाड़ियों की रेटिंग की जाएगी।