मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने 18 कॉरपोरेट और बैंकों के लिए अपने रेटिंग आउटलुक को बढ़ाया
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस
मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस (Moody's Investors Service) ने बुधवार को 18 कॉरपोरेट और बैंकों के लिए अपने रेटिंग आउटलुक को बढ़ा दिया है. इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंफोसिस, SBI और एक्सिस बैंक शामिल हैं. रेटिंग आउटलुक को नेगेटिव से सुधारकर स्टेबल कर दिया गया है.
किन कंपनियों के आउटलुक में सुधार?
जिन नौ कंपनियों का रेटिंग आउटलुक बढ़ाया गया है, उनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL), टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस, ONGC, Petronet LNG लिमिटेड, अल्ट्राटेक सिमेंट, ऑयल इंडिया, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) शामिल हैं.
एजेंसी ने निजीकरण की ओर जा रही भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) के लिए भी रेटिंग को बरकरार रखा है. लेकिन उसने नेगेटिव आउटलुक को बनाए रखा है.
जिन नौ बैंकों के आउटलुक को सुधारकर स्टेबल किया गया है, उनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, कैनरा बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB), यूनियन बैंक और एग्जिम बैंक शामिल हैं.
मूडीज ने कहा कि एसेट क्वालिटी में स्टेबलाइजेशन और कैपिटल में सुधार रेटिंग में बढ़ोतरी की मुख्य वजहें हैं.
इसके अलावा 10 भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर इश्यूर्स के लिए भी रेटिंग आउटलुक को सुधारकर नेगेटिव से स्टेबल कर दिया गया है. इनमें NTPC, NHAI, PGCIL, गेल, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) शामिल हैं.
भारत के क्रेडिट आउटलुक को भी किया था बेहतर
आपको बता दें कि अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मंगलवार को भारत के क्रेडिट आउटलुक को बेहतर करते हुए नकारात्मक से स्थिर श्रेणी में कर दिया. मूडीज ने कहा कि एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में लगातार तेजी जारी है और चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर महामारी से पहले वाली स्थिति से अधिक होगी. हालांकि, मूडीज इनवेस्टर्स सर्विस ने भारत के क्रेडिट को 'BAA3' पर बरकरार रखा. यह निचले निवेश स्तर की रेटिंग है और 'जंक स्टेटस' के दर्जे से सिर्फ एक पायदान ऊपर है.
मूडीज ने भारत के रेटिंग आउटलुक को स्थिर से नकारात्मक नवंबर, 2019 में किया था. अब इसमें बदलाव अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली में गिरावट के जोखिम में कमी को बताता है. रेटिंग एजेंसी ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में गतिविधियों में तेजी के साथ अर्थव्यवस्था में तेजी जारी है.