मोदी सरकार ने गेहूं की MSP पर किसानों को सबसे ज्यादा पैसा देने का बनाया रिकॉर्ड
इस साल सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं खरीदने का रिकॉर्ड बनाने की ओर है.
इस साल सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर गेहूं खरीदने का रिकॉर्ड बनाने की ओर है. रबी मार्केटिंग सीजन (RMS) 2020-21 के मुकाबले इस साल किसानों को अधिक पेमेंट हो चुकी है. पिछले साल सरकार ने गेहूं की सरकारी खरीद के बदले 75059.60 करोड़ रुपये का भुगतान किया था. जबकि इस साल 21 मई तक ही 75,514.61 करोड़ रुपये किसानों के बैंक अकाउंट (Bank Account) में ट्रांसफर किए जा चुके हैं. गेहूं की एमएसपी के रूप में किसानों को इतना पैसा कभी नहीं मिला था. जबकि कई राज्यों में अभी 15 जून तक खरीद प्रक्रिया चलेगी.
बीजेपी प्रवक्ता राजीव जेटली का कहना है कि एमएसपी के नाम पर जो लोग किसानों को बरगला रहे थे, यह भुगतान उनके लिए करारा जवाब है. गेहूं की एमएसपी पर सबसे अधिक पैसा देने का 62802.88 करोड़ रुपये वाला पिछला रिकॉर्ड भी मोदी सरकार (Modi Government) ने ही बनाया था. अब उसे तोड़कर नया रिकॉर्ड भी मोदी सरकार ने ही बनाया है. सरकार ने पहले ही कहा था कि एमएसपी खत्म नहीं होगी. उस पर खरीद में वृद्धि करके इसे साबित भी कर दिया है.
पिछले साल से कितनी दूर है खरीद
केंद्र सरकार के मुताबिक इस साल 21 मई तक 382.35 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है. यह पिछले साल की कुल खरीद से सिर्फ 7 लाख मिट्रिक टन दूर है. जो अगले सप्ताह तक हासिल हो सकता है. इसका मतलब यह है कि इस बार खरीद का नया रिकॉर्ड बनेगा. दावा यह है कि गेहूं की खरीद में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में इस बार अब तक 17 फीसदी अधिक खरीद हो चुकी है.
कितने किसानों को फायदा
रबी मार्केटिंग सीजन 2020-21 में 43,35,972 किसानों (Farmers) को गेहूं की एमएसपी का लाभ मिला था. जबकि इस साल अब तक 39.55 लाख किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदा जा चुका है. आरएमएस 2019-20 में 35,57,080 किसानों को फायदा मिला था. कृषि क्षेत्र के जानकारों का मानना है कि इस साल लाभान्वित होने वाले किसानों की संख्या 45 लाख तक जा सकती है.