मिनिमम सम अश्योर्ड 1 लाख रुपए, मैच्योरिटी का किस तरह उठा सकते हैं फायदा

LIC की Jeevan Anand policy पॉलिसी सबसे पॉप्युलर प्लान में एक है. इस पॉलिसी के अंतर्गत मैच्योरिटी का लाभ तो मिलता ही है, साथ ही पॉलिसी होल्डर की जब कभी मौत होती है

Update: 2021-08-28 11:23 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Jeevan Anand policy: आज लाइफ इंश्योरेंस कॉर्पोरेशन (LIC) की एक ऐसी पॉलिसी के बारे में जानते हैं जिसमें पॉलिसी पीरियड के अंत में मैच्योरिटी का लाभ मिलता है और लाइफ टाइम के लिए सम अश्योर्ड का कवरेज टर्म इंश्योरेंस की तरह मिलता है. ऐसे में जो लोग चाहते हैं कि मैच्योरिटी का लाभ उन्हें मिले और उनकी मौत पर नॉमिनी को भी लाभ मिले, उनके लिए यह शानदार पॉलिसी है.

LIC की इस पॉलिसी का नाम है Jeevan Anand, जिसका टेबल नंबर 915 है. इस पॉलिसी के लिए प्रीमियम टर्म और पॉलिसी टर्म समान है. मतलब, जितने वर्ष की पॉलिसी होगी, उतने वर्षों के लिए प्रीमियम का भुगतान करना होगा. एलिजिबिलिटी की बात करें तो मिनिमम एंट्री एज 18 वर्ष और मैक्सिमम एंट्री एज 50 वर्ष है. मैक्सिमम मैच्योरिटी एज 75 वर्ष है. पॉलिसी टर्म 15 से 35 सालों तक है. पॉलिसी टर्म ही प्रीमियम पेइंग टर्म होगा.

मिनिमम सम अश्योर्ड 1 लाख रुपए

सम अश्योर्ड की बात करें तो मिनिमम सम अश्योर्ड 1 लाख रुपए का है और उससे अधिक यह 5000 के गुणक में होगा. मैक्सिमम सम अश्योर्ड की कोई लिमिट नहीं है. इस पॉलिसी के साथ चार राइडर की सुविधा मिलती है. ये राइडर हैं- एक्सिडेंटल डेथ एंड डिसएबिलिटी राइडर, एक्सिडेंट बेनिफिट राइडर, न्यू टर्म एश्योरेंस राइडर और न्यू क्रिटिकल इलनेस बेनिफिट राइडर.

दो तरह के बोनस का मिलता है लाभ

इस पॉलिसी के साथ दो तरह का बोनस मिलता है. पॉलिसी जितनी पुरानी होगी, वेस्टेड सिंपल रिविजनरी बोनस का लाभ उतना ज्यादा मिलेगा. फाइनल एडिशनल बोनस का लाभ उठाने के लिए पॉलिसी का 15 सालों का होना जरूरी है. डेथ बेनिफिट की बात करें तो अगर पॉलिसी टर्म के दौरान पॉलिसी होल्डर की मौत होती है तो सम अश्योर्ड का 125 फीसदी डेथ बेनिफिट के रूप में मिलेगा. अगर बोनस का लाभ मिलने योग्य होगा तो इसका लाभ भी मिलेगा. अगर पॉलिसी होल्डर की मौत पॉलिसी टर्म के बाद होती है तो सम अश्योर्ड के बराबर पैसा नॉमिनी को मिल जाएगा. मैच्योरिटी पर सम अश्योर्ड बोनस के साथ मिलता है. उसके बाद जब कभी पॉलिसी होल्डर की मौत होगी, उसके परिवार को सम अश्योर्ड के बराबर पैसा फिर से मिलेगा.

ग्रेस पीरियड को लेकर नियम

इस पॉलिसी के तहत अगर बीमा धारक मंथली पेमेंट करता है तो प्रीमियम जमा करने के लिए ग्रेस पीरियड 15 दिनों का और तिमाही, छमाही और सालाना प्रीमियम जमा करने पर 30 दिनों का ग्रेस मिलता है. पॉलिसी के दो साल पूरा होने पर इसे सरेंडर किया जा सकता है. 2 साल बाद लोन की भी सुविधा उपलब्ध होती है. प्रीमियम ड्यू डेट के 5 सालों के भीतर पॉलिसी को रिवाइव भी किया जा सकता है.

मैच्योरिटी का किस तरह उठा सकते हैं फायदा

इस पॉलिसी के तहत मैच्योरिटी और डेथ बेनिफिट को एकमुश्त या इंस्टॉलमेंट में लिया जा सकता है. पॉलिसी होल्डर कुछ हिस्सा एकमुश्त और बाकी इंस्टॉलमेंट में भी ले सकता है. यह इंस्टॉलमेंट 5, 10 और 15 सालों के लिए हो सकता है. टैक्स बेनिफिट की बात करें तो प्रीमियम पर 80 सी के तहत डिडक्शन का लाभ मिलता है. मैच्योरिटी और डेथ बेनिफिट सेक्शन 10(10डी) के तहत टैक्स फ्री होता है.

मैच्योरिटी बेनिफिट का कैलकुलेशन

उदाहरण के तौर पर अगर A की उम्र 35 साल है और वह 5 लाख का सम अश्योर्ड खरीदता है और पॉलिसी टर्म 35 सालों का है तो LIC प्रीमियम कैलकुलेटर के मुताबिक, उसका सालाना प्रीमियम करीब 16300 रुपए होगा. छमाही प्रीमियम 8200 रुपए, तिमाही प्रीमियम 4200 रुपए और महीनवारी प्रीमियम करीब 1400 रुपए होगा. 35 सालों में उसका कुल जमा 5.70 लाख रुपए होगा. वर्तमान में LIC की तरफ से जो बोनस जारी किया किया गया है, उस दर से A को मैच्योरिटी पर कुल 25 लाख रुपए मिलेंगे. इसमें बेसिक सम अश्योर्ड 5 लाख, 8.60 लाख रुपए वेस्टेड सिंपल रिविजनरी बोनस का और 11.50 लाख रुपए फाइनल एडिशनल बोनस का होगा. जब कभी A की मौत होगी, उसके नॉमिनी को 5 लाख फिर से मिलेंगे.

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