भारतीय बाजार में एक साल पूरा करने वाली एमजी ग्लॉस्टर मार्केट में दे रही शानदार परफॉर्मेंस, जानें इसकी 5 खासियत
इससे बारिश के दौरान सड़कों पर भरे पानी से आसानी से गाड़ी निकाली जा सकती है।
इंडियन मार्केट में एसयूवी को काफी पसंद किया जा रहा है, क्योंकि एसयूवी वो गाड़ी है , जिसमें एक परिवार आराम से बैठकर अपनी ट्रिप को इंजॉय करता है। इसी तरह एसयूवी सेग्मेंट में एमजी ग्लॉस्टर आती है, जो भारतीय बाजार में एक साल पूरा करने वाली एमजी ग्लॉस्टर मार्केट में शानदार परफॉर्मेंस दे रही है। जो आधुनिक फीचर्स से लैस है। आइये हम आपको बताते हैं इस एसयूवी के टॉप 5 फीचर्स के बारे में।
1- एडीएएस
एमजी ग्लॉस्टर में एडवांस्ड ड्राइवर असिस्टेंट सिस्टम ( एडीएएस) दिया गया है। एमजी के अनुसार यह एक्टिव सेफ्टी इक्विमेंट का सेट है। इससे ड्राइवर को हादसों को टालने और दुर्घटना होने की आशंका को कम करने में मदद मिलती है। एमजी के मुताबिक इससे ग्लॉस्टर उन सबसे सुरक्षित एसयूवी में से एक बन गई है, जो आजकल डिमांड में है। एडीएएस सिस्टम एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल और हैंड्स फ्री ऑटोमैटिक पार्किंग के साथ आता है। यह पहली प्रीमियम एसयूवी है, जो लेवल 1 की ऑटोनॉमस ड्राइविंग तकनीक के साथ आती है। कुल मिलाकर यह ध्यान में रखना चाहिए कि यह सिस्टम केवल मदद करेंगे और ऑटो को टोन ड्राइव नहीं करेंगे।
2- ऑफ-रोड क्षमता
ग्लॉस्टर के में बेहतरीन चेसिस लगी हुई है, जिससे गाड़ी में हचका न के बराबर होता है। इसकी सामान ढोने की क्षमता भी काफी उन्नत है। इसमें एक इलेक्ट्रॉनिक रियर डिफरेंशियल लॉक लगा है। इसका मतलब है कि पावर को पहियों पर ट्रांसफर किया जा सकता है। इससे उन्हें फर्क नहीं पड़ता कि दूसरा पहिया कहां है और किस हालत में हैं। उदाहरण के लिए जब गाड़ी का पिछला पहिया मिट्टी या कीचड़ में फंस गया हो और दूसरे पहिये मूव न कर रहे हों। तो इस स्थिति में गाड़ी को लगातार फेंकी गई मिट्टी को चारों और फेंकता है। इस सेटअप से व्हील की मूवमेंट बढ़ती है और गाड़ी आगे बढ़ जाती है।
3- हैंड्स-फ्री ऑटोमैटिक पाकिंग
बड़े आकार की कारें शहरों और शहर के आसपास की व्यस्त सड़कों पर पार्क करना एक बड़ा सिरदर्द हैं। एमजी ग्लॉस्टर ने इस समस्या को महसूस किया और इसका बेहतरीन समाधान उपभोक्ताओं के सामने पेश किया। एमजी ग्लॉस्टर में लगे सेंसर्स और कैमरे पार्किंग की जगह को अपने आप पहचान कर कार को स्थिति की मांग के अनुसार यह कार को पैरलल और वर्टिकल रूप से पार्क कर सकते हैं। ड्राइवर को केवल लार्ज कलर इंफॉर्मेशन डिस्प्ले पर आए निर्देशों का पालन करना होता है।
4- एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल
क्रूज कंट्रोल एक पॉइंट होता है, जो नए ड्राइवरों के लिए हाइवे पर गाड़ी चलाते समय काफी जरूरी होता है। क्रूज कंट्रोल का इस्तेमाल करने के लिए ड्राइवरों को पूछी गई स्पीड लिमिट तय करनी होती है। बाकी का काम कार करती है। यह सिस्टम उस समय काम करना बंद कर देता है, जब आप गाड़ी के ब्रेक लगाते हैं। नतीजे के तौर पर पॉइंट व्यावाहरिक नहीं है और भारत में हाइवे पर गाड़ी चलाने के लिए लाभदायक नहीं हैं, क्योंकि यहां सड़क पर स्पीड ब्रेकर काफी हैं और ट्रैफिक के बारे में पहले से कोई अनुमान नहीं लगाया जा सकता कि कहां किस सड़क पर कितना ट्रैफिक मिलेगा। हालांकि एडेप्टिव क्रूज कंट्रोल अपने रडार और कैमरे से सड़क पर आगे आने वाले ट्रैफिक पर निगाह रखता है और सुरक्षित दूरी कायम रखता है। इस सिस्टम से डिमांड के अनुसार अपने आप क्रूज की स्पीड बदल जाती है और ड्राइवर को बार-बार इसे एडजस्ट करने की कोई जरूरत नहीं होती।
5- इंजन और परफॉर्मेंस
इंजन की बात करें तो, एमटी ग्लॉस्टर में 2.0 लीटर डीजल इंजन से पावर मिलती है, जिससे 215 बीएचपी की मैक्सिमम पॉवर और 480 एनएम की पीक टॉर्क जेनरेट करने में सक्षम है। ऐट स्पीड ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन यूनिट मानक के साथ आता है। ग्लॉस्टर स्टीयरिंग व्हील को थामे हुए ड्राइवर को 7 मोड ऑफर करती है। स्पोर्ट्स और इको जैसे जरूरी ड्राइविंग मोड है। ड्राइवर बर्फ, धूल-मिट्टी और पथरीली सड़कों पर चलाने के लिए किसी भी मोड को चुन सकता है। इससे अलग-अलग स्थितियों में गाड़ी बेहद आराम से चलाई जा सकती है। ग्लॉस्टर 550 एमएम के गहरे पानी में भी ड्राइव की जा सकती है। इससे न केवल झरनों और तालाब में गाड़ी अपने लिए रास्ता बनाती है, बल्कि इससे बारिश के दौरान सड़कों पर भरे पानी से आसानी से गाड़ी निकाली जा सकती है।