Maruti लॉन्च करेगी हाइब्रिड टेक्नोलॉजी से लैस कारें, माइलेज होगा ज्यादा

देश की सबसे बड़ी किफायती कार निर्माता मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) आने वाले समय में हाइब्रिड इंजन (Hybrid Car) से चलने वाली कारों पर फोकस करने जा रही है

Update: 2022-07-04 14:17 GMT

देश की सबसे बड़ी किफायती कार निर्माता मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) आने वाले समय में हाइब्रिड इंजन (Hybrid Car) से चलने वाली कारों पर फोकस करने जा रही है. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि घरेलू वाहन निर्माता मारुति सुजुकी का लक्ष्य अगले पांच से सात साल में अपने मॉडल रेंज में हाइब्रिड टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करना है.

कंपनी का लक्ष्य बेहतर फ्यूल एफिशिएंसी के साथ-साथ कम कार्बन फुटप्रिंट को सक्षम करने के उद्देश्य से अपने प्रत्येक मॉडल में मजबूत और हल्की ग्रीन हाइब्रिड तकनीक दोनों रखना है. कंपनी इलेक्ट्रिक वाहनों, सीएनजी कारों के साथ-साथ इथेनॉल और बायो-सीएनजी अनुरूप इंजन जैसी टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता देना चाहती है.
कोई भी कार पूरी तरह पेट्रोल से नहीं चलेगी
कंपनी के मुख्य टेक्निकल ऑफिसर सी वी रमन ने बताया कि अगले पांच से सात वर्षों में हर मॉडल में ग्रीन टेक्नोलॉजी के कुछ तत्व होंगे और पूरी लाइनअप में कोई शुद्ध पेट्रोल पावरट्रेन नहीं होगा. उन्होंने कहा, "जब हम एक तकनीक के साथ आते हैं, तो हम इसे अधिक से अधिक मॉडलों में डालकर इसे लोकतांत्रिक बनाने की कोशिश करते हैं."
अपकमिंग कार होगी हाइब्रिड
रमन ने बताया कि आने वाली एसयूवी में दमदार हाइब्रिड सिस्टम होने वाली है. हाइब्रिड कारों में गैसोलीन इंजन और इलेक्ट्रिक मोटर्स के दोहरे फायदे हैं. जबकि एक माइल्ड हाइब्रिड सिस्टम कुछ हद तक फायदा होता है. मजबूत हाइब्रिड मैकेनिज्म बड़ी बैटरी के साथ आता है और अच्छे माइलेज के साथ-साथ प्रदूषण भी कम करता है.
इकोसिस्टम को बदलना बड़ी चुनौती
मारुति सुजुकी के इलेक्ट्रिक वाहनों के विजन के बारे में बोलते हुए रमन ने कहा कि 2030 तक सरकारी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पूरे इकोसिस्टिम को अगले पांच वर्षों में बदलना होगा, जो एक बड़ी चुनौती होगी. उन्होंने कहा, " पारंपरिक वाहन विकास में हमने पिछले 30 वर्षों में जो काम किया है, वह अब हमें आठ वर्षों में करना होगा. मारुति सुजुकी का लक्ष्य अगले तीन से पांच सालों में अपने ग्राहकों को बेहतर समाधान प्रदान करने के लिए इलेक्ट्रिक वाहनों के सभी पहलुओं का अध्ययन करना है."


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