नई दिल्ली: मारुति सुजुकी इंडिया ने मंगलवार को ऐलान किया कि कैलेंडर ईयर में कंपनी ने पहली बार 20 लाख वाहनों की बिक्री की है। ऑटोमोबाइल कंपनी सुजुकी मोटर कॉरपोरेशन की ग्लोबल ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं में मारुति सुजुकी इंडिया इस मील के पत्थर तक पहुंचने वाली पहली कंपनी बन गई। 20 लाख वाहनों में से लगभग 60 प्रतिशत हरियाणा में और 40 प्रतिशत गुजरात में बनाए गए हैं।
मारुति सुजुकी इंडिया के सीईओ और मैनेजिंग डायरेक्टर, हिसाशी ताकेउची ने कहा,"प्रोडक्शन का आंकड़ा 20 लाख यूनिट्स तक पहुंचना भारत की मैन्युफैक्चरिंग की क्षमता को दिखाता है और 'मेक इन इंडिया' पहल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।" ताकेउची ने कहा, "यह उपलब्धि हमारे आपूर्तिकर्ता और डीलर भागीदारों के साथ मिलकर आर्थिक विकास को गति देने, राष्ट्र निर्माण में सहयोग देने और भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग को आत्मनिर्भर और विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।"
भारत से कुल यात्री वाहन निर्यात में मारुति सुजुकी की हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत की है। कंपनी दुनिया भर के लगभग 100 देशों को 17 मॉडल निर्यात करती है। मारुति सुजुकी के पास भारत में तीन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं, जिसमें से दो हरियाणा (गुरुग्राम और मानेसर) और गुजरात (हंसलपुर) में है।
इन तीन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स की संयुक्त वार्षिक उत्पादन क्षमता 23.5 लाख यूनटि्स है। कंपनी की योजना अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर 40 लाख यूनिट्स करने की है। इसके लिए कंपनी हरियाणा के खरखौदा में ग्रीनफील्ड मैन्युफैक्चरिंग सुविधा स्थापित कर रही है। कंपनी ने बताया कि खरखौदा साइट पर निर्माण कार्य योजना के अनुसार आगे बढ़ रहा है और 2.50 लाख यूनिट की वार्षिक क्षमता वाला पहला प्लांट 2025 में चालू होने की उम्मीद है। कंपनी ने कहा कि एक बार पूरी तरह से चालू हो जाने पर खरखौदा सुविधा की क्षमता प्रति वर्ष 1 लाख यूनिट्स होगी।