Mahindra ने बेचा अपना कार ब्रांड, लंबे नुकसान के बाद बेचा सैंगयोंग
2021 में महिंद्रा ने इसके मालिकाना हक वाले शेयर्स अपने नाम किए थे और तब ऐसा लगा था कि इस कंपनी की किस्मत बदलने वाली है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। साउथ कोरियाई वाहन निर्माता सैंगयोंग ने एक बार फिर नया मालिक तलाश लिया है. अब तक महिंद्रा के मालिकाना हक वाली सैंगयोंग की डील 305 बिलियन वॉन यानी करीब 255 मिलियन डॉलर में हुई है जो लगभग 1,665 करोड़ रुपये होती है. लंबे समय तक महिंद्रा द्वारा कोई खरीदार ना मिलने पर सैंगयोंग मोटर कोर्ट की रिसीवरशिप पर पहुंच गई थी. सैंगयोंग मोटर के इतिहास में कई बार ऐसा हुआ है जब कंपनी ने खुदको बड़े घाटे में पाया है. 2021 में महिंद्रा ने इसके मालिकाना हक वाले शेयर्स अपने नाम किए थे और तब ऐसा लगा था कि इस कंपनी की किस्मत बदलने वाली है.
अप्रैल 2020 में महिंद्रा ने इस कंपनी ने पैसा झोंकना बंद किया
लेकिन ऐसा नहीं हुआ, महिंद्रा के लिए भी ये एक जिम्मेदारी ही बनी रही और अंत में महिंद्रा ने लंबे समय तक नुकसान झेलने के बाद इस कंपनी को बेचने का फैसला किया था. अप्रैल 2020 में महिंद्रा ने इस कंपनी ने पैसा झोंकना बंद किया और नए सैंगयोंग के लिए नए मालिक की तलाश में जुट गई. इसके बाद 2020 के अंत तक सैंगयोंग मोटर ने 100 बिलियन वॉन कर्ज के साथ अपने आप को दिवालिया घोषित कर दिया.
2021 में कुल 84,000 से कुछ ज्यादा सैंगयोंग कारें बिकी हैं
बीते कुछ साल सैंगयोंग के लिए किसी बुरे सपने की तरह थे और कोविड-19 महामारी तो इस सपने में प्रेत बनकर कंपनी के सामने आई है. रॉयटर्स ने कंपनी की रेगुलेटरी फाइलिंग का हवाला देते हुए बताया था कि 2021 में कुल 84,000 से कुछ ज्यादा सैंगयोंग कारें बिकी हैं. ये आंकड़ा 2020 के मुकाबले 21 प्रतिशत की गिरावट दिखाता है. जनवरी से सितंबर 2021 के बीच कंपनी का ऑपरेटिंग लॉस 238 बिलियन वॉन था जो 1.8 ट्रिलियन वॉन से चुकाया गया है.