LIC OFFER: इस स्कीम में रोजाना बचाएं 275 रुपये और पाएं 48 हजार रुपये पेंशन
लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन कई पॉलिसी चलाता है जिसके माध्यम से लोग कम राशि जमा कर अच्छा फायदा उठा सकते हैं. इनमें एक है एलआईसी जीवन अक्षय पॉलिसी जो कि पेंशन स्कीम है. यह फिक्स्ड प्लान है जिसमें एक बार पैसा लगाकर आप जिंदगी भर पेंशन के रूप में फिक्स आय प्राप्त कर सकते हैं. इस पॉलिसी को लेते वक्त आपको पूरी जानकारी दे दी जाती है कि बाद में आपको पूरे जीवन कितनी पेंशन मिलेगी.
जीवन अक्षय पॉलिसी एक सिंगल प्रीमियम इमीडिएट एन्युटी प्लान है. इसका मतलब है कि बीमा धारक को जिंदगी में बस एक बार प्रीमियम का भुगतान करना है और पूरे जीवन उसका पेंशन पाना है. इसे हम सिंगल प्रीमियम पेंशन प्लान भी कह सकते हैं. यह ऐसा प्लान है जिसमें बीमाधारक के प्लान खरीदते ही पेंशन शुरू हो जाती है. इस स्कीम में पेंशन पेमेंट के चार मोड उपलब्ध हैं-सालाना, छमाही, तिमाही और मंथली. बीमा धारक जिस मोड का चुनाव करेंगे, उसके हिसाब से उन्हें पेंशन का भुगतान होगा. अगर बीमाधारक मंथली मोड का चुनाव करते हैं तो पॉलिसी लेने के एक महीने बाद पेंशन शुरू हो जाएगी.
इस प्लान के अंतर्गत एलआईसी ने पेंशन भुगतान के 10 ऑप्शन दिए हैं. इसमें सिंगल और जॉइंट लाइफ का ऑप्शन मिलता है. इस स्कीम में आप पत्नी, बच्चे, भाई-बहन, माता-पिता, दादा-दादी या पोता-पोती को ऐड कर सकते हैं. इस प्लान में कोई मैच्योरिटी बेनेफिट नहीं है. यानी कि अंत में पॉलिसीधारक को कोई राशि नहीं मिलती. इस प्लान को लेने के लिए कम से कम डेढ़ लाख रुपये निवेश करना होगा. पॉलिसीहोल्ड को मंथली, छमाही, तिमाही या सालाना पेंशन लेना है तो उसी हिसाब से उन्हें न्यूनतम राशि भी जमा करनी होगी. इसमें डेढ़ लाख रुपये से कम का प्लान भी खरीद सकते हैं, लेकिन उसमें मिलने वाली पेंशन की राशि घट जाएगी.
अगर आप 1 लाख रुपये का प्लान खरीदते हैं तो पेंशन प्रति हजार 5 रुपये तक कम हो जाएगी और अगर 1 लाख से 1,49,999 रुपये का प्लान लेते हैं तो पेंशन प्रति हजार 2 रुपये तक घट जाएगी. इसमें बीमाधारक जितना चाहे उतना पैसा जमा कर सकता है. न्यूनतम 30 साल से लेकर 85 साल तक के लोग इस प्लान को खरीद सकते हैं. इस प्लान में दिव्यांगजनों के लिए खास सुविधा प्रदान की गई है. दिव्यांगजन 50 हजार रुपये की भी पॉलिसी ले सकते हैं.
इस प्लान में डेथ बेनिफिट भी मिलता है जिसके 3 ऑप्शन दिए जाते हैं. इसमें किसी का चुनाव बीमा लेते वक्त करना होता है. उसी के हिसाब से नॉमिनी को डेथ बेनिफिट का भुगतान होगा. लमसम डेथ बेनिफिट में नॉमिनी को बीमाधारक का सारा पैसा एक साथ मिल जाता है. दूसरे ऑप्शन में नॉमिनी को डेथ बेनिफिट का पैसा नहीं मिलता बल्कि पेंशन दी जाती है. तीसरा ऑप्शन इंस्टॉलमेंट का जिसमें नॉमिनी को एक साथ पैसे नहीं मिलते बल्कि सालाना, छमाही, तिमाही या मंथली आधार पर दिया जाता है. प्रीमियम पर टैक्स नहीं लगता लेकिन पेंशन में जो राशि आती है उस पर आयकर स्लैब के मुताबिक टैक्स लिया जाता है. डेथ बेनिफिट पूरी तरह से टैक्स फ्री है.
अब इसे एक उदाहरण में समझें. रामचरण की उम्र 60 साल है और उन्होंने 10 लाख सम एश्योर्ड की पॉलिसी ली है. उन्होंने हर महीने पेंशन पाने वाले ऑप्शन का चुनाव किया है. इसके लिए उन्हें 10 लाख 18 हजार पेंशन का भुगतान करना होगा. इमीडिएट एन्युटी प्लान के तहत हर महीने उन्हें पेंशन मिलती रहेगी और मृत्यु के बाद पेंशन बंद हो जाएगी. इस प्लान में रामचरण को मंथली पेंशन 6,371 रुपये मिलेगी. एक प्लान ये भी है कि अगर पॉलिसी लेने के 5 साल के अंदर पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु हो जाती है तो नॉमिनी को 5 साल तक पेंशन मिलती रहेगी.
इसमें एक प्लान एन्युटी पेबल फॉर लाइफ एट ए यूनिफॉर्म रेट का ऑप्शन चुनते हैं तो हर महीने 4 हजार रुपये की पेंशन मिलेगी. इसमें आपको 1 लाख रुपये का सिंगल प्रीमियम देना होगा. सिंगल प्रीमियम 1 लाख का हिसाब लगाएं तो हर दिन के हिसाब से लगभग 275 रुपये चुकाने होंगे जबकि साल में 48 हजार रुपये पेंशन के रूप में मिलेंगे.