नई दिल्ली: LIC IPO आने की सुगबुगाहट फिर तेज हो चली है. देश के अब तक के सबसे बड़े आईपीओ (The Greatest IPO)को लेकर अपडेट सामने आया है कि बीमा कंपनी इससे जुड़े संशोधित दस्तावेज दोबारा फाइल कर सकती है. जानें क्या है पूरा मामला...
भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के बोर्ड सदस्य इस हफ्ते के आखिर में कंपनी के FY22 के वित्तीय लेखे-जोखे पर विचार-विमर्श कर सकते हैं. ईटी ने इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रो के हवाले से खबर दी है कि बैठक के बाद बीमा कंपनी अगले हफ्ते के मध्य तक LIC IPO से जुड़े संशोधित दस्तावेज दाखिल कर सकती है.
आईपीओ से जुड़े संशोधित दस्तावेज जमा होने के बाद, इसके लिए रोडशो शुरू हो जाएंगे. इस आईपीओ के इसी महीने के अंत तक आने की उम्मीद है. पहले ये आईपीओ मार्च 2022 के अंत तक आना था. सरकार इस आईपीओ को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक LIC की शेयर बाजारों में लिस्टिंग (LIC Listing) 12 मई तक पूरी की जानी है.
सूत्रों ने जानकारी दी है कि कंपनी का बोर्ड सालाना वित्तीय परिणामों को मंजूरी देने के बाद बीमा नियामक IRDAI को सूचित करेगा. इसके बाद आईपीओ के संशोधित दस्तावेज जमा किए जाएंगे.
LIC IPO के ड्राफ्ट पेपर्स के मुताबिक इस आईपीओ के माध्यम से सरकार कंपनी में अपनी 5% हिस्सेदारी कम करने जा रही है. अगर इस आईपीओ को बाजार से शानदार प्रतिक्रिया मिलती है तो सरकार कंपनी में अपनी 2% हिस्सेदारी और बेच सकती है. इस आईपीओ में कंपनी के बीमा पॉलिसी धारकों के लिए भी एक हिस्सा अलग से रखा गया है.