अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों पर हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट सामने आने के बाद बाजार में हलचल मच गई थी। इस पूरे मामले में अडानी ग्रुप में एलआईसी (LIC) के निवेश को लेकर सरकार को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा यह भी कहा जा रहा था कि एसबीआई (SBI) ने भी अडानी ग्रुप को भारी-भरकम कर्ज दिया हुआ है। इसके बाद एसबीआई चेयरमैन ने बयान जारी कर बताया कि बैंक की तरफ से अडानी ग्रुप को 27000 करोड़ का कर्ज दिया गया है।
समूह में संकट को लेकर स्पष्टीकरण मांगेंगे
अब भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के चेयरमैन MR कुमार ने कहा कि पब्लिक सेक्टर की बड़ी बीमा कंपनी के अधिकारी अडानी ग्रुप के टॉप मैनेजमेंट से बैठक करेंगे। इस दौान विभिन्न कारोबार से जुड़े ग्रुप में संकट को लेकर स्पष्टीकरण मांगेंगे। अडानी ग्रुप में एलआईसी (LIC) के निवेश को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ निवेशक आलोचना कर रहे हैं। अमेरिकी वित्तीय शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद ग्रुप की कई कंपनियों के शेयर में गिरावट जारी है। रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर बाजार में कथित गड़बड़ी करने और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है।
कानूनी कार्रवाई (action) की चेतावनी दी
अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट को सिरे से खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। एलआईसी के चेयरमैन ने वित्तीय परिणाम की घोषणा के समय कहा, 'हालांकि, हमारी निवेशकों की टीम पहले ही अडानी ग्रुप से स्पष्टीकरण मांग चुकी है, हमारा शीर्ष प्रबंधन उनसे इस मामले में संपर्क करेगा। हम अभी वित्तीय परिणाम को लेकर व्यस्त थे। हम जल्दी ही उनसे मिलेंगे और उनसे स्पष्टीकरण मांगेगे। हम समझना चाहते हैं कि बाजार और समूह के साथ क्या हो रहा है।'' हालांकि, कुमार ने एलआईसी और अडाणी समूह के बीच बैठक को लेकर कोई समयसीमा नहीं बतायी।