ट्रेन टिकट पर छूट पाने के नियम, जाने

How to get discount on railway tickets-रोजाना सवा दो करोड़ से ज्यादा यात्री भारतीय रेल से यात्रा करते हैं, यानी सालभर में 8 अरब से ज्यादा लोग आने जाने के लिए भारतीय रेल का इस्तेमाल करते हैं, यह आंकड़ा दुनिया की कुल आबादी से ज्यादा है, दुनियाभर में मौजूदा आबादी लगभग 7.9 अरब है.

Update: 2021-12-21 06:18 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। सीनियर सिटीजन को अब रेलवे की ओर से टिकट बुक कराने पर डिस्‍काउंट नहीं दिया जा रहा है. भारतीय रेलवे की ओर से पहले 12 अलग-अलग कैटेगरी पर छूट मिलती थी, लेकिन कोरोना के बाद जब लॉकडाउन लगा और ट्रेन सेवा भी रोक दी गई. अब जब ट्रेन सेवा दोबारा शुरू की गई तो किराए में छूट की कैटेगरी को कम कर दिया गया है. इसे 12 से कम करके तीन कर दिया गया है. आपको बता दें कि भारतीय रेल दुनिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्कों में एक है.

रोजाना सवा दो करोड़ से ज्यादा यात्री भारतीय रेल से यात्रा करते हैं, यानि सालभर में 8 अरब से ज्यादा लोग आने जाने के लिए भारतीय रेल का इस्तेमाल करते हैं, यह आंकड़ा दुनिया की कुल आबादी से ज्यादा है, दुनियाभर में मौजूदा आबादी लगभग 7.9 अरब है.
सिर्फ इनको ही मिल रही है छूट
पूर्वी रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी एकलव्य चक्रवर्ती के मुताबिक, कोरोना की वजह से गैर जरूरी यात्राओं से लोगों को रोकने के लिए मार्च 2020 में सभी तरह की टिकट कैटेगिरी में दी जाने वाली छूट खत्म कर दी गई थी और फिलहाल सिर्फ छात्र, रोगी और दिव्यांगों को ही छूट दी ज रही है. वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट फिलहाल बंद है.
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आपको बता दें कि जिन 3 श्रेणियों में टिकट पर छूट मिल रही है, उनमें दिव्यांग लोगों को सेकेंड स्लीपर, फर्स्ट क्लास, थर्ड एसी और एसी चेयर कार में 75 प्रतिशत छूट मिलती है, वहीं फर्स्ट एसी और सेकेंड एसी में यह छूट घटकर 50 प्रतिशत तथा राजधानी और शताब्दी गाड़ियों के थर्ड एसी और एसी चेयर कार में सिर्फ 25 प्रतिशत छूट मिलती है. दिव्यांगों के साथ आने जाने वाले व्यक्ति को भी यह छूट प्राप्त है.
कैंसर रोगियों को मिलती है इतनी छूट
कैंसर रोगियों की बात करें तो उन्हें सेकेंड और फर्स्ट क्लास के टिकट पर तो 75 प्रतिशत छूट दी जाती है, लेकिन स्लीपर और थर्ड एसी पर उनका टिकट पूरी तरह फ्री होता है, इसी तरह फर्स्ट और सेकेंड एसी पर उन्हें 50 प्रतिशत रियायत दी जारी है और साथ में आने जाने वाले एक व्यक्ति को भी यही छूट मिलती है.
थैलेसीमिया, हार्ट और किडनी रोगियों को मिलने वाली छूट की बात करें तो सेकेंड स्लीपर, फर्स्ट क्लास, थर्ड एसी और एसी चेयर कार के टिकट पर 75 परसेंट छूट है, जबकि फर्स्ट और सेकेंड एसी के टिकट पर 50 परसेंट रियायत का प्रावधान है. इन रोगियों के साथ आने जाने वाले व्यक्ति को भी यही छूट मिलती है.
टीबी और लेप्रोसी के रिगियों को टिकट पर मिलने वाली छूट की बात की जाए तो सेकेंड स्लीपर तथा फर्स्ट क्लास टिकट पर 75 प्रतिशत छूट दी जाती है और साथ यात्रा करने वाले एक व्यक्ति को भी यही छूट मिलती है.
इनके अलावा एडस रोगियों को सेकेंड क्लास टिकट पर 50 प्रतिशत छूट दी जाती है तथा ऑस्टोमी रोगियों को यात्रा के लिए बनने वाले पास पर किराए में 50 परसेंट छूट मिलती है. छात्रों की बात करें तो रेलवे के टिकट पर रियायत के लिए उनकी भी अलग अलग कैटेगिरी तैयार की गई है.
छात्रों को भी मिलती है ट्रेन टिकट पर छूट
सामान्य वर्ग ऐसे छात्र जो शिक्षण संस्थान से अपने घर या एजुकेशन टुअर के लिए टिकट बुक कराते हैं तो उन्हें स्लीपर क्लास और मासिक पास के किराए में 50 परसेंट छूट मिलती है, वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग के छात्रों को इसके लिए 75 परसेंट छूट दी जाती है.
घर से शिक्षण संस्थान आने जाने के लिए लड़कियों को ग्रेजुएशन तक और लड़कों को 12वीं तक सेकेंड क्लास के फ्री पास का प्रावधान है. वहीं स्टडी टूअर पर जाने वाले ग्रामीण सरकारी स्कूलों के बच्चों को सेकेंड क्लास के टिकट पर 75 परसेंट डिस्काउंट दिया जाता है. राष्ट्रीय स्तर की एंट्रेंस परीक्षाओं के लिए ग्रामीण सरकारी स्कूलों की लड़कियों को भी सेकेंड क्लास टिकट पर 75 परसेंट छूट का प्रावधान है.
इसके अलावा UPSC मेन परीक्षा के परीक्षार्थियों को सेकेंड क्लास के टिकट पर 50 परसेंट छूट, 35 वर्ष के कम उम्र वाले शोधार्थियों को शोध कार्य यात्रा के सेकेंड और स्लीपर क्लास टिकट पर 50 परसेंट छूट, मरीन इंजीनियरिंग परीक्षा में भाग लेने वाले छात्रों को भी सेकेंड और स्लीपर क्लास टिकट पर 50 परसेंट छूट और ऐतिहासिक महत्व के स्थानों पर जाने के लिए भारत में रह रहे विदेशी छात्रों को भी सेकेंड और स्लीपर क्लास टिकट पर 50 परसेंट छूट का प्रावधान है.
मनी 9 की सलाह – टिकट खरीदने से पहले यह सुनिश्चित जरूर कर लें कि आप किस कैटेगिरी के रेलयात्री हैं और टिकट छूट के लिए आप पात्र हैं भी या नहीं, साथ में अपनी पात्रता को साबित करने के लिए जरूरी दस्तावेज भी अपनी यात्रा के समय साथ जरूर रखें. इसमें सबसे अहम बात ये है कि दिव्यांगों को छोड़ कोई भी रियायती टिकट ऑनलाइन नहीं खरीदा जा सकता है. इसके लिए आपको काउंटर पर जाना ही होगा.


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