क्रिप्टोकरेंसी में निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
Cryptocurrency: अगर आप इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में रिस्क नहीं चाहते हैं तो क्रिप्टोकरेंसी से दूर रहें.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। 2021 में Cryptocurrency ने निवेशकों की झोली भरने का काम किया. ऐसे में इस साल भी निवेशकों का इसके प्रति आकर्षित होना लाजिमी है. हालांकि, रेग्युलेशन के मोर्चे पर भी इस साल कई बड़े फैसले लिए जा सकते हैं. इन बदले हालात में अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश के इच्छुक हैं तो पहले रिस्क और रिटर्न का सही तरीके से मूल्यांकन करना लाजिमी है. आइए कुछ फैक्टर्स को समझते हैं जिससे रिस्क और रिटर्न को लेकर बेहतर समझ विकसित होगी.
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर आप इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो में रिस्क नहीं चाहते हैं तो क्रिप्टोकरेंसी से दूर रहें. ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें बहुत तेजी और बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव होता है. कुछ दिनों के भीतर आपका इन्वेस्टमेंट कई गुना बढ़ सकता है और घट भी सकता है. दूसरी तरफ इसकी स्वीकार्यता बहुत तेजी से बढ़ रही है, जिसे इनकार नहीं किया जा सकता है. दुनिया के दिग्गज उद्योगपति एलन मस्क, कई म्यूचुअल फंड कंपनियां और बड़े-बड़े सेलिब्रिटी ना सिर्फ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश कर रहे हैं, बल्कि निवेशकों को प्रोत्साहित भी कर रहे हैं.
क्रिप्टो क्राइम में बहुत तेजी से उछाल
लोकप्रियता बढ़ने के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी क्राइम में भी तेजी आ रही है. Crypto Head ने अपनी रिपोर्ट में अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमिशन के डेटा के आधार पर बताया कि 2016 के मुकाबले क्रिप्टो क्राइम में 312 फीसदी का उछाल आया है. इसमें वॉलेट से डिजिटल करेंसी की चोरी से लेकर कई अन्य तरह के स्कैम शामिल हैं.
RBI प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी के खिलाफ
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया लगातार कह रहा है कि प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी देश के फाइनेंशियल सिस्टम के लिए ठीक नहीं है. वह इस पर पूरी तरह बैन चाहता है. हालांकि, सरकार इस पर बैन लगाने के मूड में नहीं है. विंटर सेशन में क्रिप्टोकरेंसी रेग्युलेशन बिल 2021 को लाया गया था, लेकिन इस पर विशेष चर्चा नहीं हो पाई. ऐसे में इस साल क्रिप्टोकरेंसी को रेग्युलेट करने को लेकर विस्तृत गाइडलाइन आ सकती है. क्रिप्टो जानकारों का कहना है कि सरकार अब इसे पूरी तरह बैन नहीं कर सकती है, हालांकि कई तरह की पाबंदियां जरूर लगाई जाएगी. इधर रिजर्व बैंक अपनी खुद की डिजिटल करेंसी CBDC की दिशा में तेजी से काम कर रहा है.
वोलाटिलिटी के बावजूद कमाई संभव
इसमें कोई शक नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी का भाव बहुत तेजी से ऊपर-नीचे आता-जाता है. इसका ये मतलब नहीं है कि इससे कमाई संभव नहीं है. अगर आप में धैर्य है तो हर हाल में पैसा बनेगा. आप जितना निवेश कर सकते हैं उसका अधिकतम 5-10 फीसदी ही क्रिप्टो में निवेश करें. इसके अलावा निवेश करने से पहले गहराई से अध्ययन भी करें.
डिजिटल क्राइम का खतरा बना रहता है
अगर आप क्रिप्टो में निवेश करते हैं तो डिजिटल क्राइम का खतरा हमेशा बना रहता है. चूंकि यह रेग्युलेटेड नहीं है, जिसके कारण क्रिप्टो क्राइम पर विशेष कार्रवाई भी नहीं होती है. जैसे-जैसे इसकी पॉप्युलैरिटी बढ़ रही है, क्रिप्टो वॉलेट हैक, डिजिटल स्कैम के मामले काफी बढ़ गए हैं. खुद को एलन मस्क बताने वाला एक क्रिप्टो हैकर अक्टूबर 2020 से अब तक करीब 15 करोड़ रुपए की चोरी कर चुका है.
70-80 फीसदी तक की आती है गिरावट
इतना सबकुछ जानने के बावजूद अगर आप क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करते हैं तो लंबे समय के निवेशक बनें और निवेश के लिए सही समय का इंतजार करें. क्रिप्टोकरेंसी में 70-80 फीसदी तक की गिरावट और फिर उसके बाद उछाल सामान्य घटना है. क्रिप्टोकरेंसी में 24 घंटे ट्रेडिंग होती है. दुनिया में किसी भी अच्छी और बुरी खबर का इसकी कीमत पर सीधा असर होता है. अगर आपने किसी लेवल पर क्रिप्टो में निवेश किया है और इन्वेस्टमेंट की वैल्यु घट गई है तो इंतजार करें. लंबे समय में क्रिप्टो में निवेश कभी भी घाटे का सौदा नहीं होगा.
कम से कम 3 साल के लिए करें निवेश
फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपने जिस लेवल पर खरीदारी की है, उससे 20 फीसदी या ज्यादा की गिरावट होने पर अपने पोर्टफोलियो में और करेंसी ऐड करें. इस प्रक्रिया को अपनाने से लंबी अवधि में कई गुना लाभ होगा. किसी भी असेट क्लास के मुकाबले क्रिप्टोकरेंसी ज्यादा तेजी से रिबाउंड करती है. यह देखा गया है कि जिन निवेशकों ने क्रिप्टो में 3 साल या उससे ज्यादा निवेश किया है, वे कई गुना रिटर्न पाने में सफल रहे हैं.