जन धन योजना ने वित्तीय समावेशन में क्रांति ला दी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण
नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) ने वित्तीय समावेशन में क्रांति ला दी है। योजना के 9 साल पूरे होने के अवसर पर बोलते हुए उन्होंने कहा, ''पीएमजेडीवाई के नेतृत्व वाले 9 सालों के हस्तक्षेप और डिजिटल परिवर्तन ने भारत में वित्तीय समावेशन में क्रांति ला दी है। यह जानकर खुशी हो रही है कि जन धन खाते खोलकर 50 करोड़ से अधिक लोगों को बैंकिंग सिस्टम में लाया गया है।"
इनमें से लगभग 55.5 प्रतिशत खाते महिलाओं के हैं और 67 प्रतिशत खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में खोले गए हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि इसके अलावा, इन खातों में लगभग 34 करोड़ रुपे कार्ड बिना किसी शुल्क के जारी किए गए हैं, जो 2 लाख रुपये के दुर्घटना बीमा कवर का भी प्रावधान करता है। सीतारमण ने कहा, "हितधारकों, बैंकों, बीमा कंपनियों और सरकारी अधिकारियों के सहयोगात्मक प्रयासों से, पीएमजेडीवाई देश में वित्तीय समावेशन के परिदृश्य को बदलने वाली एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में सामने आई है।"
पीएमजेडीवाई खातों के तहत कुल जमा शेष राशि 2,03,505 करोड़ रुपये है। पीएमजेडीवाई खाते मार्च 2015 में 14.72 करोड़ से 3.4 गुना बढ़कर 16 अगस्त तक 50.09 करोड़ हो गए हैं।