नई दिल्ली: उम्मीद की जा रही है कि घरेलू आईटी सेक्टर की कंपनियां इस वित्त वर्ष (2023-24) में भर्तियों में भारी कटौती कर सकती हैं। इस क्रम में माना जा रहा है कि पिछले वित्तीय वर्ष (2022-23) की तुलना में करीब 40 फीसदी की कमी हो सकती है. इसकी वजह अंतरराष्ट्रीय बाजार में नकारात्मक स्थिति है। टीमलीज के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वित्त वर्ष में आईटी कंपनियों ने करीब 2.8 लाख लोगों को नौकरी दी थी। टीमलीज डिजिटल के सीईओ सुनील ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही (Q4) में भर्तियां ज्यादा नहीं बढ़ सकती हैं। कंपनियों की ग्रोथ की उम्मीदों पर भी असर पड़ सकता है। मालूम हो कि घरेलू आईटी दिग्गज जैसे टीसीएस, इंफोसिस, विप्रो और अन्य पहले से ही भर्ती में व्यस्त हैं।