IRCTC के शेयर भाव में आई गिरावट, 30 हजार करोड़ का झटका
19 अक्टूबर 2021, ये दिन इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के लिए ऐतिहासिक था
19 अक्टूबर 2021, ये दिन इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन (IRCTC) के लिए ऐतिहासिक था। दरअसल, इस दिन IRCTC का शेयर भाव 6,393 रुपए के ऑल टाइम हाई लेवल पर पहुंच गया। वहीं, कंपनी का मार्केट कैपिटल भी 1 लाख करोड़ रुपए के स्तर को पार कर लिया
शेयर बाजार में एंट्री के दो साल के भीतर IRCTC के इस मुकाम ने झटके में कई निवेशकों को मालामाल कर दिया है। अब ठीक 10 दिन बाद हालात कुछ और हैं। जो निवेशक जश्न मना रहे थे, वो अब सहमे हुए से हैं। इस दौरान, निवेशकों को 30 हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान हो चुका है। वहीं, IRCTC के स्टॉक स्प्लिट ने भी निवेशकों का कन्फ्यूजन बढ़ा दिया है। आइए सिलसिलेवार समझते हैं कि कैसे 10 दिन में IRCTC के निवेशकों के चेहरे का रंग उड़ गया है।
लगातार आई गिरावट: ऑल टाइम हाई पर जाने के बाद से ही IRCTC के शेयर भाव में लगातार गिरावट आई है। स्टॉक स्प्लिट से पहले कंपनी का शेयर भाव लुढ़क कर 4200 रुपए के स्तर तक आ गया था। इस वजह से निवेशकों के नेट प्रॉफिट में भी कमी आ गई।
फिर आया स्टॉक स्प्लिट: इस बीच, 28 अक्टूबर से IRCTC का स्टॉक स्प्लिट लागू हो गया है। स्टॉक स्प्लिट का मतलब हुआ टुकड़ों में स्टॉक को बांट देना। आमतौर पर ये कदम छोटे निवेशकों के हित में उठाया जाता है। इसके जरिए छोटे या रिटेल निवेशक वो शेयर भी खरीदने में सक्षम हो पाते हैं जिनका भाव पहले ज्यादा रहता है। उदाहरण के लिए IRCTC का पहले शेयर भाव पहले 4 हजार रुपए से ज्यादा था, जो स्टॉक स्प्लिट के बाद 900 रुपए से भी कम रह गया है।
स्टॉक स्प्लिट के मायने: जेरोधा के संस्थापक नितिन कामथ ने ट्विटर पर कहा, "हर बार जब कोई कंपनी स्टॉक विभाजन की घोषणा करती है, तो खुदरा निवेशक यह सोचकर गलत तरीके से स्टॉक खरीदते हैं कि स्टॉक सस्ता हो गया है। हालांकि, स्टॉक स्प्लिट सिर्फ शेयरों की संख्या बढ़ाता है और इसका मतलब यह नहीं है कि स्टॉक सस्ता हो गया है। इसका कंपनी के फंडामेंटल पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है।" आसान भाषा में समझें तो जिन निवेशकों का शेयर स्टॉक स्प्लिट हुआ है, उनके नेट वैल्यू में किसी तरह का बदलाव नहीं होगा। हां, निवेशक के स्टॉक की संख्या जरूर बढ़ जाएगी।
फिर सरकार ने लिया फैसला: स्टॉक स्प्लिट के बाद भले ही छोटे निवेशकों के लिए IRCTC का शेयर खरीदना आसान हो गया हो लेकिन इसमें गिरावट बरकरार है। पहले गिरावट का मुख्य कारण मुनाफावसूली को माना जा रहा था लेकिन बीते दो दिन की गिरावट के पीछे सरकार का एक फैसला था।
सरकार का फैसला क्या था: बीते गुरुवार को रेल मंत्रालय ने ट्रेन टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग पर IRCTC द्वारा अर्जित सुविधा शुल्क को साझा करने को कहा था। इसके बाद से ही कंपनी का शेयर भाव 25 फीसदी से ज्यादा लुढ़क गया। गिरावट का ये सिलसिला शुक्रवार को भी जारी रहा। हालांकि, सरकार ने अब आदेश को वापस ले लिया है। इसके बावजूद बीएसई इंडेक्स पर आईआरसीटीसी का शेयर भाव 7.45 फीसदी गिरकर 845.65 रुपए पर आ गया है। मार्केट कैपिटल भी 67,652 करोड़ रुपए है।