महंगाई की जबरदस्त मार! गरीबों की तुलना में अमीर ज्यादा बेहाल

CRISIL की रिपोर्ट के मुताबिक महंगाई से गरीबों के मुकाबले अमीर लोग ज्यादा परेशान हैं. 20 फीसदी सबसे अमीर लोग 20 फीसदी सबसे गरीबों की तुलना में ज्यादा परेशान हैं.

Update: 2021-11-13 06:32 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। रेटिंग एजेंसी CRISIL ने कहा कि 20 फीसदी सबसे अमीर आबादी को 20 फीसदी सबसे गरीब आबादी के मुकाबले महंगाई का अधिक सामना करना पड़ रहा है. CRISIL ने कहा कि 20 फीसदी सबसे गरीब आबादी खाद्य वस्तुओं पर अधिक खर्च करती है, जिसमें अक्टूबर 2021 के दौरान कमी हुई. दूसरी ओर 20 फीसदी सबसे अमीर आबादी गैर-खाद्य वस्तुओं पर अधिक खर्च करती है, जो बीते महीने महंगी हुईं. गौरतलब है कि अक्टूबर 2021 में खुदरा मुद्रास्फीति बढ़कर 4.5 फीसदी हो गई, जो इससे पिछले महीने 4.3 फीसदी थी. यह आंकड़ा अक्टूबर 2020 में 7.6 फीसदी था.

रिपोर्ट के मुताबिक, अक्टूबर में अर्बन इंफ्लेशन में तेजी का प्रमुख कारण पेट्रोलियम में उछाल और कोर इंफ्लेशन है. अर्बन कमोडिटी बास्केट में इसका वेटेज 65 फीसदी है. तेल में तेजी के कारण अर्बन एरिया में महंगाई बढ़ी है. वहीं रूरल एरिया में फूड इंफ्लेशन के कम रहने के कारण महंगाई की आंच कमजोर रही है. सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में ग्रामीण भारत में महंगाई दर और कम रही है.
ग्रामीण अमीर के लिए महंगाई दर 4.4 फीसदी
क्रिसिल की रिपोर्ट के मुताबिक, ग्रामीण भारत की टॉप-20 फीसदी आबादी के लिए अक्टूबर में महंगाई दर 4.4 फीसदी रही, जबकि टॉप-20 फीसदी अर्बन लोगों के लिए यह 5 फीसदी रही है. रूरल एरिया में 60 फीसदी मिडिल इनकम ग्रुप के लिए इंफ्लेसन रेट 4 फीसदी रहा, जबकि अर्बन 60 फीसदी मिडिकल इनकम ग्रुप के लिए इंफ्लेशन रेट 4.9 फीसदी रहा है. रूरल एरिया में बॉटम-20 फीसदी के लिए इंफ्लेशन रेट 3.9 फीसदी और अर्बन एरिया में बॉटम-20 फीसदी आबादी के लिए इंफ्लेशन रेट 4.9 फीसदी रहा है.
मॉनसून अच्छा रहने का अनुमान
इस साल मॉनसून अच्छा रहा है. पानी की समस्या बिल्कुल भी नहीं है. ऐसे में इस साल ऐग्रिकल्चर ग्रोथ 3 से 3.5 फीसदी रहने का अनुमान है. माना जा रहा है कि खरीफ सीजन में पैदावार अच्छी होगी, साथ ही रबी फसल के लिए भी पर्याप्त पानी होगा. ऐसे में फूड इंफ्लेशन कंट्रोल में रहने का पूरा अनुमान है.
अक्टूबर में महंगाई दर में मामूली उछाल
अक्टूबर महीने के लिए खुदरा महंगाई दर का आंकड़ा सामने आ गया है. अक्टूबर महीने में कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) यानी खुदरा महंगाई दर 4.48 फीसदी रही. सितंबर के महीने में खुदरा महंगाई दर 4.35 फीसदी रही थी. बता दें कि अक्टूबर 2020 में खुदरा महंगाई दर 7.61 फीसदी रही थी.
रूरल एरिया में महंगाई की कमजोर मार
अक्टूबर महीने में रूरल एरिया के लिए खुदरा महंगाई दर 4.07 फीसदी रही, जबकि अर्बन एरिया के लिए यह 5.04 फीसदी रही. इस तरह यह कुल 4.48 फीसदी रही. सितंबर के महीने में रूरल एरिया में इंफ्लेशन रेट 4.13 फीसदी रहा जबकि अर्बन एरिया में यह 4.57 फीसदी रहा. ऐसे में औसत इंफ्लेशन रेट 4.35 फीसदी रहा था. अक्टूबर 2020 में रूरल एरिया में इंफ्लेशन रेट 7.75 फीसदी रहा, जबकि अर्बन एरिया में यह 7.33 फीसदी रहा था. इस तरह यह औसत 7.61 फीसदी रहा


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