IndusInd Bank: अब बिना बैंक जाए होगा सारा काम, पढ़ें इस मोबाइल ऐप की जानकारी
बिना बैंक गए होगा सारा काम
इंडसइंड (IndusInd Bank) बैंक ने बुधवार को एक खास तरह का मोबाइल ऐप 'इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस' (Indus Merchant Solutions) लॉन्च करने की घोषणा की. यह मोबाइल एप्लिकेशन व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं और पेशेवरों को एक ही प्लेटफॉर्म पर डिजिटल बैंकिंग पेमेंट करने में मदद करेगा. यह मोबाइल ऐप व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं को उनके बिजनेस से जुड़े कई तरह के काम में मदद करेगा, जैसे कि डिजिटल तरीके से ग्राहकों से मोबाइल फोन पर तत्काल कैशलेस पेमेंट लेना, इन-बिल्ट डैशबोर्ड के माध्यम से इन्वेंट्री ट्रैक करना, कार्ड आधारित पेमेंट लेने के लिए एक विशेष पॉइंट ऑफ़ सेल (PoS) के लिए आवेदन करना आदि. साथ ही बैंक की शाखा में आए बिना, पूरी तरह से डिजिटल और पेपरलेस तरीके से बैंक से छोटे बिजनेस लोन लिए जा सकते हैं.
'इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस' ऐप के लिए करंट अकाउंट होना जरूरी है. यानी कि इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank) का कोई भी करंट अकाउंट होल्डर तुरंत 'इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस' ऐप डाउनलोड कर सकता है और उसका इस्तेमाल शुरू कर सकता है. अगर आपके पास करंट अकाउंट नहीं है और इस मोबाइल ऐप की सुविधा लेना चाहते हैं तो डिजीटल प्रक्रिया के माध्यम से इंडसइंड बैंक में करंट अकाउंट खोला जा सकता है. यह खाता खुलते ही बैंक में आप एक व्यापारी के तौर पर रजिस्टर हो जाएंगे और इस खास मोबाइल ऐप का उपयोग शुरू कर सकते हैं. अभी यह ऐप (Indus Merchant Solutions) एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम वाले स्मार्टफोन पर उपलब्ध है. यह जल्द ही आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम का उपयोग करने वाले स्मार्टफोन के लिए भी उपलब्ध होगा.
बिना बैंक गए होगा सारा काम
मोबाइल ऐप की नई सुविधा के बारे में बोलते हुए, इंडसइंड बैंक के हेड कंज्यूमर बैंक सौमित्र सेन ने कहा, हम हमेशा मानते हैं कि स्व-रोजगार का काम भारतीय अर्थव्यवस्था का एक सबसे अहम हिस्सा है. इस विचार को ध्यान में रखते हुए, हमें 'इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस' ऐप पेश करते हुए खुशी हो रही है. इसका उद्देश्य लाखों व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं और पेशेवरों को बिना किसी बैंक शाखा में आए अपनी बैंकिंग जरूरतों को पूरा करने में सक्षम बनाना है. कंज्यूमर के साथ-साथ व्यापारियों की संख्या में तेज वृद्धि को देखते हुए, जो ऑनलाइन लेन-देन करना पसंद करते हैं, इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस एक ऐसी सुविधा है जो मर्चेंट से जुड़ने, यूजर का अनुभव जानने और उनकी सुविधा में काफी सुधार करेगा. साथ ही, अगले दो महीने में हमें अपने मर्चेंट टच पॉइंट्स को कई गुना बढ़ाने में मदद करेगा.
डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देना है लक्ष्य
इंडसइंड बैंक की चीफ डिजिटल ऑफिसर और हेड-बिजनेस स्ट्रैटेजी चारू माथुर ने कहा, "इंडसइंड बैंक में, यह हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि हम ऐसी नई सुविधाओं को सामने लाएं जो डिजिटल अर्थव्यवस्था में बदलाव को गति दे सके. 'इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस' उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है जो पूरे देश में व्यापारियों, खुदरा विक्रेताओं और पेशेवरों को पेमेंट, जमा और लोन प्रोडक्ट में उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरी तरह से डिजिटल तरीके से मदद करेगा. इससे व्यापारियों को एक यूनिफॉर्म प्लेटफॉर्म मिलेगा जहां वे कई काम एक साथ पूरा कर सकेंगे. चारू माथुर ने कहा, हमारा लक्ष्य ऐसे और उत्पाद और सेवाएं तैयार करना है जो हमारे ग्राहकों को एक आसान बैंकिंग का अनुभव दे सकें."
इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस की विशेषताएं
सिंगल व्यू डैशबोर्ड: व्यापारियों और खुदरा विक्रेताओं को एक ही प्लेटफॉर्म पर पेमेंट देखने, पेमेंट जुटाने और मिलान करने में सक्षम बनाएगा
पेमेंट का प्रबंधन: व्यापारी किसी भी समय, कहीं से भी कई तरीकों से डिजिटल पेमेंट स्वीकार कर सकते हैं
होम डिलीवरी के लिए लागू: इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस उन खुदरा स्टोरों के लिए उपयुक्त है जहां खरीदार काउंटर पर पेमेंट करता है. इसका उपयोग होम डिलीवरी के दौरान खरीदार से पेमेंट लेने के लिए भी किया जा सकता है, साथ ही पेमेंट-ऑन-डिलीवरी के लिए भी उपयुक्त होगा जहां विक्रेता और खरीदार एक साथ एक ही स्थान पर नहीं रहें
कॉन्सोलिडेटेड बैंकिंग प्लेटफॉर्म: व्यापारी ने कितना लोन लिया है या बैंक में कितने पैसे जमा हैं, ये सभी जानकारियां एक साथ एक ही जगह मिल जाएंगी
लोन की सुविधा: बैंक की शाखा में गए बिना और इस मोबाइल ऐप के जरिये व्यापारी आसानी से छोटे बिजनेस लोन ले सकते हैं
सर्विस की ऑनलाइन रिक्वेस्ट: व्यापारियों को अगर कोई नई सुविधा चाहिए या किसी किसी सुविधा के बारे में रिक्वेस्ट देनी है तो वे इस मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं. हालांकि चेक बुक, डेबिट कार्ड रिसेट पिन आदि की सुविधा नहीं ले पाएंगे
इंडस मर्चेंट सॉल्यूशंस ऐप में अभी इसकी डिफ़ॉल्ट यूजर इंटरफेस भाषा के रूप में अंग्रेजी है, लेकिन जल्द ही इसे हिंदी, मराठी, बंगाली, गुजराती, तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, पंजाबी और कई भाषाओं में उपलब्ध कराया जाएगा.