नई दिल्ली: सरकारी आंकड़ों के अनुसार मुद्रास्फीति और वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव के बीच भारत का व्यापार घाटा पिछले साल के इसी महीने की तुलना में अगस्त में दोगुना से अधिक बढ़कर 28.68 अरब डॉलर हो गया। पिछले साल इसी महीने में व्यापार घाटा 11.71 अरब डॉलर रहा था।
हालांकि, क्रमिक रूप से इसमें नरमी आई है। पिछले महीने यह 30 अरब डॉलर के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर था। दिलचस्प बात यह है कि महीने के दौरान निर्यात सपाट रहा, जबकि आयात 37 फीसदी बढ़कर 67.68 अरब डॉलर हो गया। वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम का मानना है कि आने वाले महीनों में निर्यात में तेजी आएगी। उनके मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के अंत तक कुल निर्यात 450 अरब डॉलर को पार कर जाएगा।
उन्होंने कहा कि ऊर्जा सुरक्षा के लिए कोयले और पेट्रोलियम उत्पादों के भंडार के कारण आयात में वृद्धि हुई है। अप्रैल और अगस्त 2022 के बीच, निर्यात 17.12% बढ़कर 192.59 बिलियन डॉलर हो गया। जबकि चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों में आयात 45.64% बढ़कर 317.81 अरब डॉलर हो गया।