मुंबई: कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को लाल निशान में खुला। शुरुआती कारोबार में आईटी और प्राइवेट बैंक सेक्टर में बिकवाली देखी गई। सुबह करीब 9.30 बजे सेंसेक्स 325.79 अंक या 0.42 प्रतिशत की गिरावट के साथ 76,717.03 पर कारोबार कर रहा था, जबकि निफ्टी 86.80 अंक या 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,225 पर कारोबार कर रहा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर 1,118 शेयर हरे निशान में कारोबार कर रहे थे, जबकि 1,039 शेयर लाल निशान में थे। जानकारों के अनुसार, बाजार के लिए दो सकारात्मक बातें हैं: एक, डॉलर इंडेक्स और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में गिरावट का रुख जारी है और दूसरा, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड और इंफोसिस के तीसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद से बेहतर हैं। उन्होंने कहा, "इन दोनों शेयरों में बाजार में मामूली सुधार लाने की क्षमता है।"
निफ्टी बैंक 470.55 अंक या 0.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48,808.15 पर था। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 208.65 अंक या 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 54,275.15 पर कारोबार कर रहा था। निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 18.20 अंक या 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 17,625.10 पर था।
इस बीच, सेंसेक्स पैक में इंफोसिस, एक्सिस बैंक, टीसीएस, एचसीएल टेक, एमएंडएम, कोटक महिंद्रा बैंक, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस और इंडसइंड बैंक टॉप लूजर्स रहे। जबकि रिलायंस, जोमैटो, एलएंडटी, सन फार्मा, अदाणी पोर्ट्स, आईटीसी और टाटा मोटर्स टॉप गेनर्स रहे। अमेरिकी बाजारों में, आखिरी कारोबारी सत्र में डाउ जोंस 0.16 प्रतिशत गिरकर 43,153.13 पर बंद हुआ। एसएंडपी 500 इंडेक्स 0.21 प्रतिशत गिरकर 5,937.34 पर और नैस्डैक 0.89 प्रतिशत गिरकर 19,338.29 पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में सोल, बैंकॉक और जापान लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे। जबकि चीन, जकार्ता और हांगकांग हरे निशान पर कारोबार कर रहे थे। बाजार पर नजर रखने वालों ने कहा, "बाजार में करेक्शन ने लार्जकैप के वैल्यूएशन को उचित बना दिया है। निफ्टी अब वित्त वर्ष 2026 की अनुमानित आय के करीब 19 गुना पर कारोबार कर रहा है। इसलिए, दीर्घावधि निवेशक, जो विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली के कारण होने वाली वोलैटिलिटी को नजरअंदाज कर सकते हैं, वे गिरावट का इस्तेमाल कर हाई-क्वालिटी वाले लार्जकैप शेयरों को खरीदने के लिए कर सकते हैं।"
इस बीच, एफआईआई ने 16 जनवरी को 4,341.95 करोड़ रुपये के शेयर बेचे, दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों ने उसी दिन 2,928.72 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।