स्वतंत्र निगरानी बोर्ड लेगा फैसला, अब सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर यूजर्स कर सकते हैं अपील
आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर यूजर्स कर सकते हैं अपील
फेसबुक के स्वतंत्र निगरानी बोर्ड ने मंगलवार को कहा कि वह अब फेसबुक और इंस्टाग्राम के यूजर्स की शिकायतों को स्वीकार करेगा और उस पर विचार करेगा. बोर्ड के अनुसार वह सोशल मीडिया का उपयोग करने वाले ऐसे लोगों की शिकायतों को सुनेगा जिनका मानना है कि कंपनी ने घृणित सोशल मीडिया पोस्ट, वीडियो और दूसरी चीजों को नेटवर्क पर बनाए रखने की छूट दे रखी है.
फेसबुक को दुनिया के कई देशों में आंकड़ों में सेंध और नफरत फैलाने वाली सामग्रियों को लेकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ा है. उसको देखते हुए सोशल मीडिया कंपनी ने आपत्तिजनक सामग्री पर नजर रखने और विचार के लिये निगरानी बोर्ड का गठन किया है.
बोर्ड में पूर्व न्यायाधीश, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं. ये लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर डाले गये पोस्ट, वीडियो समेत अन्य सामग्रियों को लेकर उपयोगकर्ताओं की अपील की समीक्षा करते हैं और सोशल नेटवर्किंग मंचों के लिए सामग्रियों को लेकर फैसला करते हैं.
निगरानी बोर्ड के निदेशक थॉमस ह्यूज ने एक बयान में कहा, ''उन उपयोगकर्ताओं को सामग्रियों को लेकर अपील का अधिकार दिया गया है जो उन्हें फेसबुक से हटवाना चाहते हैं. बोर्ड के अनुसार सह संतुलित सामग्री के संबंध में एक पारदर्शी मॉडल अपनाने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है. बयान के अनुसार बोर्ड स्वतंत्र रूप से जो भी निर्णय करेगा, वह फेसबुक पर बाध्य होगा.
उल्लेखनीय है कि अक्टूबर 2020 से उपयोगकर्ताओं को अपनी खुद की सामग्री को हटाये जाने को लेकर अपील करने का अधिकार दिया गया है. अब आने वाले दिनों में उपयोगकर्ता फेसबुक की अपील प्रक्रिया का उपयोग करने के बाद – निगरानी बोर्ड बोर्ड संदर्भ आईडी प्राप्त करेंगे और औपचारिक रूप से स्वतंत्र समीक्षा के लिए अपील कर सकते हैं. बयान के अनुसार जिन सामग्रियों की समीक्षा की जा सकती है, उनमें पोस्ट, 'स्टेटस' को अपलोड करना, फोटो, वीडियो, टिप्पणियां और उसे साझा करना शामिल हैं.