आयकर विभाग (Income Tax Department) ने महाराष्ट्र (Maharashtra) और गोवा (Goa) बेस्ड एक ग्रुप के ठिकानों पर छापे मारे. यह छापेमार कार्रवाई 25 अगस्त को हुई. यह कार्रवाई पुणे, नासिक, अहमदनगर और गोवा के प्रमुख स्टील निर्माता और ट्रेडर ग्रुप पर हुई. ग्रुप के 44 से ज्यादा ठिकानों पर यह कार्रवाई हुई.
तलाशी और जब्ती अभियान के दौरान, कई आपत्तिजनक दस्तावेज, खुले कागज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए. इन सबूतों से पता चला है कि यह ग्रुप नकली चालान जारीकर्ता से स्क्रैप और स्पंज आयरन की फर्जी खरीद और धोखाधड़ी के मामले में लिफ्त है.
जारी किए जा रहे थे सिर्फ बिल
सर्च के दौरान नकली चालान जारीकर्ताओं के ठिकानों पर भी छापे मारे गए. इन ने चालान जारीकर्ताओं ने माना है कि उन्होंने सिर्फ बिल दिए, लेकिन कोई सामग्री नहीं दी. इसके अलावा वास्तविक खरीद के रूप में दिखाने और जीएसटी इनपुट क्रेडिट का दावा करने के लिए नकली ई-वे बिल भी बनाए. जीएसटी प्राधिकरण पुणे की मदद से नकली ई-वे बिलों की पहचान करने के लिए ट्रैकिंग ऐप का इस्तेमाल किया गया.
160 करोड़ की जाली खरीद की पहचान हुई
इन पार्टियों से पहचानी गई कुल फर्जी खरीद अब तक लगभग 160 करोड़ रुपए है. अभी भी कार्रवाई जारी है और दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है. यानी अभी इस कीमत में और इजाफा हो सकता है. छापेमारी के दौरान 3.5 करोड़ रुपए के माल की कमी और 4 करोड़ रुपये के अतिरिक्त स्टॉक भी पाए गए.
बेहिसाब निवेश का भी खुलासा
छापेमारी के दौरान आईटी को संपत्ति में बेहिसाब निवेश का भी पता चला. इसके अलावा 3 करोड़ रु की नकदी भी बरामद हुई है. इसका पार्टियां हिसाब नहीं दे पाईं. वहीं, विभिन्न ठिकानों से 5.20 करोड़ रु की ज्वेलरी भी जब्त की गई है.
सर्च के दौरान 194 किलो चांदी का सामान मिला है. इसकी कीमत 1.34 करोड़ रु बताई जा रही है. अब तक कुल 175.5 करोड़ रुपए की बेहिसाब आय का पता चला है, जिसमें बेहिसाब नकदी और आभूषण, स्टॉक की कमी और अधिकता और फर्जी खरीद शामिल है.