राष्ट्रीय समारोह में PM नरेंद्र मोदी ने गरीबों को फोर्टिफाइड चावल देने कही बात, जानिए क्या है प्लान और फायदे

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को फोर्टिफाइड चावल दिए जाने की बात कही है. केंद्र सरकार अपनी अलग योजना के तहत जो चावल गरीबों को देती है उसे पोषणयुक्त चावल दिया जाएगा.

Update: 2021-08-16 15:01 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  PM Narendra Modi Announcement- Fortified Rice will be Given to Public: कृषि आधारित अर्थव्यवस्था वाले हमारे देश में लगभग हर दूसरी महिला एनीमिया से जूझ रही है, जबकि हर चौथा बच्चा कुपोषण से ग्रसित है. आंकड़े बताते हैं कि 70 फीसदी लोगों को जरूरी पोषक तत्वों का 50 फीसदी भी नहीं मिल पाता है. कुपोषण के कारण देश में 5 वर्ष तक के बच्चों की 68 फीसदी आबादी जिंदा नहीं रह पाती. 5 वर्ष से पहले ही उनकी मौत हो जाती है.

कुपोषण की वजह से प्रो​डक्टिविटी, बीमारी और मृत्यु से सालाना 7400 करोड़ रुपये के बराबर क्षति होती है. कुपोषण के कारण शारीरिक रूप से कमजोर लोग, एक स्वस्थ व्यक्ति की तुलना में 20 फीसदी कम कमाई कर पाने के लायक रहते हैं. ऐसे में भारत जैसे विकासशील देश के लिए कुपोषण एक गंभीर समस्या है. इसी चुनौती से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने गरीबों को फाेर्टिफाइड राइस यानी पोषणयुक्त चावल दिए जाने की बात कही है.
पीएम मोदी ने की है घोषणा
15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों को फोर्टिफाइड चावल दिए जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि देश के हर गरीब व्यक्ति तक पोषण पहुंचाना भी सरकार की प्राथमिकता है. केंद्र सरकार अपनी अलग योजना के तहत जो चावल गरीबों को देती है उसे पोषणयुक्त चावल दिया जाएगा.
स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित राष्ट्रीय समारोह में उन्होंने कहा कि गरीबों को जो चावल दिया जाएगा, उसे सरकार फोर्टिफाई करेगी. लोगों को पोषणयुक्त चावल मिलेगा. यह चावल चाहे राशन की दुकान पर मिले, चाहे मिड-डे मील में या चाहे साल 2024 तक आने वाली किसी अन्य योजना के माध्यम से मिले, यह सारा चावल फोर्टिफाइड होगा.
क्या होता है फोर्टिफाइड राइस?
फोर्टिफाइड राइस का मतलब है, पोषणयुक्त चावल. इसमें आयरन, विटामिन B-12, फॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं. पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा की वजह से फोर्टिफाइड राइस की न्यूट्रीशनल वैल्यू भी काफी ज्यादा होती है. यानी इस चावल का सेवन करने वाले लोग कुपोषण का शिकार नहीं होंगे. सरकार का उद्देश्य भी यही है. कुपोषण दूर करने के लिए ही तो केंद्र सरकार ने फोर्टिफाइड राइस को जरिया बनाने का निर्णय लिया है.
कैसे तैयार होता है फोर्टिफाइड चावल?
फोर्टिफाइड राइस में जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व, विटामिन और खनिज की मात्रा को कृत्रिम तरीके से बढ़ाया जाता है. जिस तरह साधारण समुद्री नमक में आयोडीन मिलाकर उसे आयोडाइज्ड बनाया जाता है, चावल को फोर्टिफाइड बनाना भी इसी तरह की एक प्रक्रिया है. इस प्रक्रिया में चावल की पोषण गुणवत्ता में सुधार लाया जाता है. चावल का फोर्टिफिकेशन, चावल में आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने और चावल की पोषण गुणवत्ता में सुधार करने का बेहतरीन तरीका है.
क्या हैं फोर्टिफाइड राइस के फायदे?
फोर्टिफाइड राइस के कई फायदे हैं. फोर्टिफिकेशन की प्रक्रिया के जरिये कम से कम जोखिम के साथ लोगों में कुपोषण को दूर कर सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा दी जा सकती है. यह चावल लोगों के खाने के साथ-साथ दवा की तरह भी काम कर सकता है. इस चावल का सेवन करने से कुपोषण की समस्या दूर करने में मदद मिलेगी. इस तरह के चावल में पाए जाने वाले आयरन, जिंक, फोलिक एसिड, विटामिन-ए, विटामिन-बी वगैरह शरीर की न्यूट्रीशनल वैल्यू बढ़ा देते हैं. इसका सेवन करने से खासकर बच्चों और महिलाओं के स्वस्थ विकास में खूब मदद मिलेगी.


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