नई दिल्ली: Budget 2022 Nirmala Sitharaman: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का चौथा आम बजट पेश कर दिया. बजट के मुताबिक, सरकार अगले वित्त वर्ष यानी अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक 39.44 लाख करोड़ रुपये खर्च करेगी. ये अभी अनुमान है और ये घट-बढ़ भी सकता है.
जिस तरह से घर का बजट तैयार होता है, उसी तरह से देश का बजट भी तय होता है. बजट और कुछ नहीं बल्कि सरकार की कमाई और खर्च का ब्योरा होता है. इसमें सरकार बताती है कि वो कहां से पैसा कमाएगी और कहां खर्च करेगी.
सरकार को आमदनी टैक्स और ड्यूटी से होती है. जबकि, उसका खर्च योजनाओं, राज्यों को देने, सब्सिडी देने, पेंशन देने और डिफेंस वगैरह पर खर्च होता है. आमतौर पर सरकार का खर्च उसकी आमदनी से ज्यादा होता है. इस अंतर को दूर करने के लिए सरकार कर्ज लेती है.
बजट दस्तावेज के मुताबिक, सरकार की 1 रुपये की कमाई में 35 पैसा उधार का है. वहीं, उसका 20 पैसा ब्याज का भुगतान करने में चला जाता है. सरकार की कमाई में 15 पैसा आम आदमी के इनकम टैक्स का होता है, लेकिन बजट में इसे ही कुछ राहत नहीं मिली.