भारत में Covid-19 के लगातार बढ़ रहे मामले में छलका सत्या नडेला का दर्द, बोले- हम हर तरह से हैं मदद को तैयार
भारत को उपलब्ध कराने के विकल्पों पर काम कर रहा है.
भारत में Covid-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में सभी लोग एक-दूसरे की मदद के लिए हाथ बढ़ा रहे हैं. चाहे वो ऑटोमोबाइल कंपनियां हों या फिर टेक्नोलॉजी कंपनियां, सभी भारत को मेडिकल हेल्प प्रोवाइड करने में मदद कर रही हैं. हाल ही में शाओमी, वनप्लस जैसी कंपनियां भारत की मदद के लिए आगे आई हैं और अब माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला ने भी भारत की मदद के लिए हाथ बढ़ाया है. नडेला ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है.
सत्या नडेला ने अपने ट्वीट में लिखा कि, मैं भारत की वर्तमान स्थिति से बहुत दुखी हूं. मैं आभारी हूं कि अमेरिकी सरकार मदद करने में जुट गई है. Microsoft राहत प्रयासों में सहायता के लिए अपनी आवाज, संसाधनों और टेक्नोलॉजी का उपयोग करना जारी रखेगा और महत्वपूर्ण ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेशन डिवाइस को खरीदने में मदद करेगा.
आपको बता दें कि अमेरिका ने भारत को कोविशील्ड वैक्सीन बनाने के लिए कच्चा माल उपलब्ध कराने के लिए हाथ बढ़ाया है जिसके बाद सत्या नडेला ने अमेरिका के इस फैसले का स्वागत करते हुए यह ट्वीट किया है.
व्हाइट हाउस ने रविवार को कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के नेतृत्व में अमेरिकी प्रशासन कोविड-19 महामारी से लड़ाई में भारत को आपातकालीन सहायता मुहैया कराने के साथ ही कोविशील्ड टीके के भारतीय निर्माता को तत्काल कच्चा माल उपलब्ध कराने को लेकर दिन-रात काम कर रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवान और उनके भारतीय समकक्ष अजित डोभाल के बीच फोन पर हुई वार्ता के बाद अमेरिका की ओर से यह निर्णय लिया गया है.
दोनों राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की वार्ता के बाद व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली होर्ने ने कहा, " जिस तरह भारत ने अमेरिका में उस समय सहायता भेजी थी, जब हमारे अस्पताल महामारी के शुरुआती दौर से जूझ रहे थे. इसी तरह अमेरिका भी जरूरत के इस समय में भारत की सहायता करने को प्रतिबद्ध है."
भारत ने अमेरिका से कोविशील्ड टीके के उत्पादन के लिए कच्चे माल की आपूर्ति का अनुरोध किया था. होर्ने ने कहा कि भारत के फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोविड-19 मरीजों की सहायता के मद्देनजर अमेरिका ने जांच किट, वेंटिलेटर और पीपीई किट के अलावा अन्य उपकरण भारत को उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि अमेरिका तत्काल आधार पर ऑक्सीजन उत्पादन एवं संबंधित आपूर्ति भारत को उपलब्ध कराने के विकल्पों पर काम कर रहा है.