नई दिल्ली: किशोर बियानी की अगुवाई वाली फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (FRL) ने कहा है कि उसके शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स की मीटिंग अगले हफ्ते होगी. इस बैठक में ग्रुप के रिटेल एसेट्स की बिक्री मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की अगुवाई वाली रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) को करने के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा और उसे मंजूरी दी जाएगी. किशोर बियानी की कंपनी ने कहा है कि यह बैठक एनसीएलटी के निर्देशों के अनुपालन में होगी.
रिलायंस रिटेल के साथ फ्यूचर रिटेल की 24,713 करोड़ रुपये की डील का विरोध कर रही Amazon ने इन बैठकों को गैर-कानूनी करार दिया है.
Amazon ने किशोर बियानी और अन्य प्रमोटर्स को भेजे गए 16-पेज के एक पत्र में कहा है कि इस तरह की बैठकें गैर-कानूनी हैं. कंपनी ने कहा है कि इन मीटिंग्स का आयोजन Amazon द्वारा 2019 में किए गए निवेश की शर्तों और रिलायंस को रिटेल एसेट्स की बिक्री को लेकर सिंगापुर आर्बिट्रल ट्रिब्यूनल के फैसले का उल्लंघन है.
हालांकि, इस विषय में स्पष्टीकरण जारी करते हुए फ्यूचर रिटेल (FRL) ने रेगुलेटरी अपडेट में कहा कि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) द्वारा 28 फरवरी, 2022 को जारी किए गए आदेश के अनुपालन में इन बैठकों का आयोजन किया जा रहा है.
फ्यूचर के शेयरहोल्डर्स की मीटिंग 20 अप्रैल और क्रेडिटर्स की मीटिंग 21 अप्रैल को होगी. इन बैठकों में रिलायंस के साथ प्रस्तावित 24,713 करोड़ रुपये की डील को लेकर फैसला किया जाएगा.
Future Retail ने 2020 में इस बात का ऐलान किया था कि रिलायंस रिटेल 24,713 करोड़ रुपये में कंपनी के रिटेल एसेट्स को खरीदेगी. Amazon तब से ही इस प्रस्तावित डील का विरोध कर रही है. इसकी बड़ी वजह ये है कि अधिकतर बड़ी रिटेल कंपनियां भारत के रिटेल सेक्टर में अपने दबदबा कायम करने की कोशिश कर रही हैं.