IMF: भारत की अर्थव्यवस्था सही नीतियों के साथ कोरोना वायरस संकट से उबर सकती है... ये उपाय.. देखिए
कोरोनो वायरस महामारी की चपेट में आई भारतीय अर्थव्यवस्था को इस संकट से उबारने के लिए सही नीतियों पर काम करना पड़ेगा।
कोरोनो वायरस महामारी की चपेट में आई भारतीय अर्थव्यवस्था को इस संकट से उबारने के लिए सही नीतियों पर काम करना पड़ेगा। आइएमएफ के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इसके लिए सरकार को विभिन्न क्षेत्रों में अपने प्रयासों को तेज करने की आवश्यकता है। आईएमएफ के अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था में चालू वित्तीय वर्ष के दौरान 10.3 फीसदी की गिरावट दर्ज हो सकती है। लेकिन 2021 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 8.8 फीसद की जोरदार बढ़त देखने को मिलेगी।
आइएमएफ के अनुसंधान विभाग के प्रभाग प्रमुख, मल्हार श्याम नबर ने मंगलवार को आइएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों की पूर्व संध्या पर यहां एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा कि आइएमएफ का मानना है कि महामारी से प्रभावित होने वाले घरों और फर्मों को सहायता प्रदान करने के लिए भी बहुत कुछ किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि हाल ही में मध्यम अवधि की विकास संभावनाओं में सुधार के लिए संरचनात्मक पक्ष पर कुछ प्रयास किए गए हैं। हमने श्रम सुधार बिल और कृषि बिल पर प्रगति की है। हमें लगता है कि यह एक महत्वपूर्ण तरीके से उनके संरचनात्मक सुधार के एजेंडे को आगे बढ़ाएगा, कृषि क्षेत्र और श्रम बाजार में आपूर्ति-पक्ष की बाधाओं को दूर करेगा, फर्मों के साथ श्रमिकों का बेहतर तालमेत बनेगा, फर्मों को थोड़ा अधिक लचीलापन प्रदान करेगा।
वैक्सीन के लिए जारी है दुनिया में जद्दोजहद
COVID-19 vaccine: वैक्सीन के लिए ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी ने भारतीय अमेरिकी कंपनी से मिलाया हाथ
आईएमएफ ने इस रिपोर्ट में बताया है कि चालू वित्तीय वर्ष में दुनिया में जहां 4.4 फीसदी की गिरावट आएगी वहीं केवल चीन ही एकमात्र देश होगा, जिसकी जीडीपी 1.9 फीसदी बढ़ सकती है। आईएमएफ की इस रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में अमेरिका की अर्थव्यवस्था में 5.8 प्रतिशत गिरावट आने का अनुमान है जबकि अगले वर्ष इसमें 3.9 प्रतिशत की वृद्धि होगी।